रायपुर/बसना । बसना विधायक डॉ. संपत अग्रवाल ने पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सीसीएस (कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी) की बैठक में लिए गए पांच सख्त फैसलों का जोरदार स्वागत किया। इन फैसलों को उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत की अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक करार दिया और इन कदमों को पूरी तरह से आवश्यक बताया, ताकि आतंकवाद को जड़ से मिटाया जा सके।
विधायक अग्रवाल ने अपने सोशल मीडिया “X” पर लिखा है कि मैं प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा सीसीएस बैठक में लिए गए पांच साहसिक और निर्णायक फैसलों का पूर्ण समर्थन करता हूं। ये फैसले आतंकवाद के खिलाफ भारत की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं और यही वह सख्ती है जिसकी देश को जरूरत थी।
मैं प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा सीसीएस बैठक में लिए गए पांच साहसिक और निर्णायक फैसलों का पूर्ण समर्थन करता हूं। ये फैसले आतंकवाद के खिलाफ भारत की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं और यही वह सख्ती है जिसकी देश को जरूरत थी।#PahalgamAttack pic.twitter.com/sgn4G5UEQe
— Dr. Sampat Agrawal (@SampatAgrawal) April 24, 2025
विधायक डॉ अग्रवाल ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सीसीएस मीटिंग में लिए गए इन सख्त निर्णयों का भारत की सुरक्षा नीति पर महत्वपूर्ण और बहुआयामी प्रभाव पड़ेगा।
प्रभाव:
1. राष्ट्रीय सुरक्षा की मजबूती: पाकिस्तान के साथ कूटनीतिक और रणनीतिक संबंधों को पुनः परिभाषित कर, ये फैसले राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता देते हैं। सिंधु जल संधि को स्थगित करना और अटारी चेक पोस्ट को बंद करना, भारत की जल और सीमा सुरक्षा को मजबूत करने के प्रयासों का हिस्सा है।
2. आतंकवाद के खिलाफ कड़ा संदेश: भारत द्वारा पाकिस्तानी नागरिकों के लिए सार्क वीजा छूट योजना की समाप्ति और पाकिस्तानी उच्चायोग में कर्मचारियों की संख्या कम करने से आतंकवाद को समर्थन देने वाले देशों के लिए सख्त संदेश जाएगा। यह कदम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद विरोधी नीतियों को मजबूत करेगा।
3. कूटनीतिक दबाव में वृद्धि: नई दिल्ली और इस्लामाबाद स्थित उच्चायोगों से रक्षा और सैन्य सलाहकारों को वापस बुलाने जैसे उपाय दोनों देशों के कूटनीतिक समीकरण में बदलाव लाएंगे। यह भारत द्वारा पाकिस्तान पर दबाव बनाने की रणनीति का हिस्सा है।
4. आंतरिक सुरक्षा पर केंद्रित रणनीति: यह कदम भारत के भीतर आतंकवादी गतिविधियों और संभावित खतरों को रोकने के लिए बेहतर उपाय लागू करने की दिशा में हैं। सीमाओं और वीजा नियंत्रण के कठोर उपाय ऐसे खतरों को रोकने में मदद करेंगे।
5. वैश्विक छवि को सुधार: भारत की सुरक्षा नीति में इन फैसलों से वैश्विक स्तर पर एक जिम्मेदार और निर्णायक राष्ट्र के रूप में भारत की छवि और मजबूत होगी, जो आतंकवाद को जड़ से मिटाने के लिए तत्पर है।
डॉ. संपत अग्रवाल ने इन कड़े फैसलों का समर्थन करते हुए कहा कि ऐसे कठोर कदम न केवल आतंकवाद को खत्म करने में मदद करेंगे, बल्कि पाकिस्तान को यह सिखाने के लिए भी आवश्यक हैं कि आतंकवाद को समर्थन देना उसके लिए विनाशकारी हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद को भारत की धरती से पूरी तरह से खत्म करने का समय अब आ चुका है।
बसना विधायक डॉ. संपत अग्रवाल का इन फैसलों का समर्थन यह दर्शाता है कि पूरे देश में इन निर्णयों को व्यापक रूप से सराहा जा रहा है। भारत की सुरक्षा नीति अब और सख्त, केंद्रित और प्रभावशाली होती जा रही है।