मेरठ एसटीएफ को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है, एसटीएफ की स्कॉर्पियो सवार दारोगा के बेटे और अवैध हथियार तस्करों से मुठभेड़ हो गई. पुलिस ने भारी मात्रा में हथियारों का जखीरा बरामद किया.इस मामले में पुलिस ने कई बड़े खुलासे किए हैं.
मेरठ में यूपी पुलिस के दरोगा का बेटा ही हथियार तस्कर निकला. जी हां एसटीएफ ने आरोपी रोहन को गिरफ्तार किया है. रोहन के कब्जे से 17 बंदूक के और 700 कारतूस भी बरामद हुए हैं. आरोपी रोहन हथियार सप्लाई का एक गैंग चल रहा था. फिलहाल अब एसटीएफ गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी हुई है और रोहन से भी पूछताछ कर रही है कि उसने अब तक कहां-कहां हथियारों की सप्लाई की है.
यूपी एसटीएफ के अधिकारियों की माने तो यह गैंग पंजाब से हथियार लाते थे और उसके बाद पश्चिम उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में इन्हें सप्लाई करते थे. एसटीएफ की मेरठ यूनिट के प्रमुख बृजेश सिंह की माने तो रोहन ने बताया है कि वह और उसके साथी बंदूक 40 हजार से लेकर 50000 तक में खरीदते थे. जो कारतूस थे उन्हें 100 में खरीदते थे, जिसे वह और उनके समूह के लोग बंदूकों को लाखों में बेचते थे. कारतूस को 200 से ढाई सौ रुपए में बेच देते थे.इस अंतर राज्य गैंग का मुख्य सरगना अनिल बालियान उर्फ़ अनिल बजीं बताया जा रहा है. यह गैंग पंजाब से तस्करी कर पश्चिमी यूपी और दिल्ली एनसीआर समेत अन्य जिलों में सप्लाई करते थे.
मुठभेड़ के दौरान रोहन की गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ की तीन ने जब स्कॉर्पियो की तलाशी ली तो कुछ डिब्बे मिले और उन्हें खोला गया था. उसमें कारतूसों का जखीरा था. कारतूस भी एक दो नहीं बल्कि 700 कारतूस मौजूद थे. ये सभी कारतूस 315 और 12 बोर के थे. उसके बाद एक कपड़ा हटाया गया तो उसके नीचे हथियारों का जखीरा था. ये देखकर एसटीएफ की टीम दंग रह गई. स्कॉर्पियो से फैक्ट्री मेड पांच सिंगल और 12 डबल बैरल बंदूक बरामद किए गई.