एक फरवरी 2025 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी. और आम बजट पेश करने से पहले वित्त मंत्री की बजट टीम तैयार हो चुकी है जो पूर्व रेवेन्यू सेक्रेटरी रहे संजय मल्होत्रा के आरबीआई गवर्नर बनाए जाने के चलते अधूरी पड़ गई थी. कैबिनट की अप्वाइंटमेंट्स मामलों की कमिटी ने तुहिन कांत पांडेय के डिपार्टमेंट ऑफ रेवेन्यू के सचिव पद पर नियुक्ति को मंजूरी दे दी है. तुहिन कांत पांडेय फिलहाल वित्त सचिव होने के साथ डिपार्टमेंट ऑफ इंवेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट में भी सचिव थे.
संजय मल्होत्रा के भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर बनाए जाने के बाद अरूनीश चावला को तात्कालिक तौर पर उनकी जगह रेवेन्यू सेक्रेटरी बनाया गया था. लेकिन तुहिन कांत पांडेय राजस्व सचिव बनाए गए हैं जिनपर बजट में डायरेक्ट टैक्स और इनडायरेक्ट टैक्स को लेकर लिए जाने फैसलों की जिम्मेदारी होगी. बजट तैयार करने में डिपार्टमेंट ऑफ रेवेन्यू के सचिव की भूमिका सबसे बड़ी होती है. सरकार के लिए अगले वित्त वर्ष में राजस्व जुटाने से लेकर राजस्व जुटाने के लिए बजट में घोषित लक्ष्य को हासिल करने का भार उन्हीं पर होता है. सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स जिसके अधीन इनकम टैक्स विभाग आता है और सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टैक्स एंड कस्टम जो सरकार के लिए जीएसटी से लेकर एक्साइज ड्यूटी और कस्टम ड्यूटी वसूलती है उस विभाग के भी सुप्रीम बॉस रेवेन्यू सेक्रेटरी ही होते हैं.
केंद्र सरकार पर मिडिल क्लास पर से टैक्स का बोझ करने का भारी दबाव है. प्री-बजट मीटिंग में अर्थशास्त्रियों से लेकर उद्योगजगत के प्रतिनिधियों और ट्रेड यूनियनों के प्रतिविधियों ने वित्त मंत्री को सैलरीड क्लास को महंगाई से राहत देते हुए टैक्स के बोझ को घटाने की नसीहत दी है. ऐसे में तुहिन कांत पांडेय पर राजस्व हासिल करने के लक्ष्य को नुकसान पहुंचाये बगैर टैक्स के बोझ को कम करने का दबाव होगा. तुहिन कांत पांडेय के रेवेन्यू सेक्रेटरी पद पर नियुक्ति के बाद अरुणिश चावला को DIPAM सचिव बनाया गया है. उन्हें डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक एंटरप्राइज, वित्त मंत्रालय का भी भार सौंपा गया है. अरुणिश चावला पर विनिवेश के जरिए सरकार के लिए राजस्व जुटाने का भार रहेगा.
निर्मला सीतारमण की बजट टीम में दूसरे लोगों पर नजर डालें तो अजय सेठ, डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक अफेयर्स के सचिव हैं. जबकि एम नागराजू डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल सर्विसेज के सेक्रेटरी हैं.