बॉलीवुड एक्ट्रेस दिशा पाटनी के पिता जगदीश चंद्र पाटनी हाल ही में ठगी का शिकार हो गए. वैसे तो दिशा के पापा बरेली से रिटायर्ड सीओ हैं, लेकिन वे भी झांसे में आ गए. आखिरकार उन्हें पुलिस का सहारा लेना पड़ा और उन्होंने एफआईआर दर्ज करवाई. जानकारी के मुताबिक एक कथित गिरोह ने उन्हें सरकारी आयोग में अध्यक्ष या उपाध्यक्ष का पद दिलाने का झांसा देकर उनसे 25 लाख रुपये ठग लिए. इस घटना ने पुलिस प्रशासन को भी हैरान कर दिया है.
असल में जगदीश पाटनी की शिकायत पर सदर कोतवाली में पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, जिसमें जूना अखाड़े के एक कथित आचार्य भी शामिल हैं. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. पाटनी ने अपनी तहरीर में बताया कि उन्हें पद दिलाने का भरोसा दिलाकर ठगों ने पहले 5 लाख रुपये नकद लिए और बाकी 20 लाख रुपये बैंक खातों में ट्रांसफर करवा लिए.
शिकायत के अनुसार, जगदीश पाटनी का परिचित शिवेंद्र प्रताप सिंह, जो बरेली में उनके पड़ोसी रहे हैं, उन्हीं ने उनका संपर्क दिल्ली निवासी दिवाकर गर्ग और जूना अखाड़ा ऋषिकेश के आचार्य जयप्रकाश से कराया. इन लोगों ने पाटनी को विश्वास दिलाया कि उनके पास राजनीतिक रसूख है और वे उन्हें किसी सरकारी आयोग का बड़ा पद दिलवा सकते हैं. पाटनी ने पुराने जान-पहचान के चलते शिवेंद्र पर भरोसा किया और शुरुआती पांच लाख रुपये नकद दिए.
जगदीश पाटनी ने आगे बताया कि ठगों ने उन्हें भरोसा दिया था कि जल्द ही उन्हें अच्छे परिणाम मिलेंगे. लेकिन कई महीने बीत जाने के बाद भी कोई प्रगति नहीं हुई. जब पाटनी ने उनसे पैसे वापस मांगने की कोशिश की. आरोपियों ने उन्हें धमकी दी और रंगदारी तक मांग ली. इसके बाद पाटनी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें जूना अखाड़ा के कथित आचार्य समेत पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ.
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है और कहा है कि मामले की पूरी तहकीकात के बाद ही सच्चाई का खुलासा होगा. शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि यह गिरोह लोगों को बड़े पद का लालच देकर उनसे ठगी करता है. पाटनी ने आरोप लगाया कि इन लोगों का एक संगठित रैकेट है जो अपनी राजनीतिक पहुंच का फायदा उठाकर लोगों को फंसाता है. पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है.