अमित शाह जगदलपुर में बोले:31 मार्च 2026 के बाद नक्सलवाद के नाम पर एक भी बूंद लहू नहीं बहेगा

जगदलपुर/रायपुर । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 16 दिसंबर को छत्तीसगढ़ के जगदलपुर पहुंचे। उन्होंने यहां अमर वाटिका पर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने यहां विजिटर बुक पर लिखा, ‘आज प्रकृति की गोद में बसे बसतर में राज और देश की सुरक्षा में अपना सर्वोच्च बलिदान देने वाले अमर शहीदों के स्मारक पर उनको श्रद्धांजलि दी।

शहीदों के सर्वोच्च बलिदान के चलते आज बस्तर लगभग नक्सल मुक्त हो रहा है। आपके पूरे बलिदान को शत शत नमन. वंदे मातरम।’ उन्होंने जवानों से कहा कि छत्तीसगढ़ वासियों की शांति, सुरक्षा व सेवा के लिए समर्पित छत्तीसगढ़ पुलिस को आज ‘प्रेसिडेंट्स कलर्स’ से सम्मानित किया जा रहा है। इस ऐतिहासिक अवसर है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ का पुलिसबल शक्तिशाली पुलिसबलों में से एक है। मैं छत्तीसगडढ़ पुलिस के साथ नक्सलवाद के खात्मे के लिए 5 साल से संपर्क में हूं। यहां की पुलिस जी-जान से छत्तीसगढ़ की सेवा कर रही है। उन्होंने यहां शहीद के परिवारों के साथ संवाद भी किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि 31 मार्च 2026 के बाद नक्सलवाद के नाम पर एक भी बूंद लहू नहीं बहेगा।

छावनी में तब्दील पूरा इलाका

गौरतलब है कि उनका कार्यक्रम गुंडम गांव में भी आयोजित है। उनके दौरे के मद्देनजर पूरा इलाका छावनी में तब्दील हो गया है। यहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कैंप में जवानों से भी मुलाकात करेंगे। इसके अलावा वे गुंडम के स्कूल में बच्चों से बात करेंगे। महुआ के पेड़ के नीचे बैठकर ग्रामीणों से बात करेंगे। बता दें, यह गांव सुकमा-बीजापुर बॉर्डर पर है। इसलिए उनका यहां का दौरा अहम माना जा रहा है।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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