मंदिरों से मूर्ति चोरी करने वाला गिरफ्तार, दोस्त के साथ मिलकर दिया वारदात को अंजाम

रायपुर । थाना अभनपुर और विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों से मूर्तियां चोरी करने वाले आरोपी सुरेन्द्र कुर्रे को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी ने अपने दोस्त के साथ मिलकर तीन मंदिरों में इस वारदात को अंजाम दिया। मंदिरों में जब भक्त पहुंचे, तब वहां से मूर्तियां गायब थी। इसके बाद उन्होंने पुलिस में अपनी शिकायत दर्ज करवाई। मामला अभनपुर और विधानसभा थाना क्षेत्र का है।

लाला राम साहू ने थाना अभनपुर में रिपोर्ट दर्ज कराया। उसने बताया कि बिरोदा मोड पानी टंकी के पास स्थित हनुमान मंदिर में गांव के लोग आरती पूजा पाठ करते हैं। 3 दिसंबर की रात जब पूजा के लिए पहुंचे तब वहां हनुमान जी की मूर्ति गायब थी। इसके अलावा एक मूर्ति से चांदी की आंख भी गायब था। जिसके बाद अभनपुर थाने में शिकायत दर्ज करवाई गई।

एक आरोपी गिरफ्तार

इस मामले में पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरे की मदद और मुखबिरों से जानकारी जुटाई। आरोपी की पहचान टिकरापारा निवासी सुरेन्द्र कुर्रे के रूप में हुईं। पुलिस ने आरोपी को पकड़कर पूछताछ की। आरोपी ने अपने दोस्त के साथ इस वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया। इसके अलावा आरोपी ने विधानसभा इलाके के भी दो मंदिरों से शिवलिंग की चोरी की थी। पुलिस ने मूर्तियों का बरामद कर लिया है।

आरोपी ने पूछताछ में स्वीकार किया कि उसने पिरदा के शीतला तालाब और नरैया तालाब के पास स्थित शिव मंदिरों से भी शिवलिंग चोरी किए थे। इस मामले में विधानसभा क्षेत्र में दो अलग-अलग मामलों में अपराध दर्ज किए गए हैं।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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