कांग्रेस ने गलत काम नहीं किया फिर जाँच और छापों से इतने बदहवास क्यों:किरण सिंह देव

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष किरणसिंह देव ने पूर्व मुख्यमंत्री समेत कांग्रेस विधायक, आईएएस/आईपीएस अधिकारियों के ठिकानों पर सीबीआई के छापे की कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस द्वारा गुरुवार को प्रस्तावित पुतला दहन को कांग्रेस के संविधान विरोधी राजनीतिक चरित्र का परिचायक बताया है।

देव ने कहा कि संवैधानिक संस्थाओं की जाँच-प्रक्रिया के खिलाफ विरोध करके कांग्रेस राजनीतिक निम्नता की पराकाष्ठा कर रही है। देव ने कहा बजाय विधि-सम्मत जाँच प्रक्रिया में सहयोग करने के बघेल और कांग्रेस के नेता दबाव बनाकर अपने किन कृत्यों पर पर्दा डालने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं?

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने सवाल किया कि अगर बघेल और कांग्रेस नेताओं ने कोई गलत काम नहीं किया है, तो फिर जाँच और छापों से इतने बदहवास क्यों हैं? इससे पहले ईडी द्वारा की गई जाँच को लेकर भी कांग्रेस ने अमर्यादित आचरण करते हुए जाँच एजेंसी के अफसरों पर हमला तक किया था।

जाँच एजेंसियों पर हमला करके कांग्रेस ने यह प्रदर्शित किया कि अपने शासनकाल में उसके सत्ताधीशों ने कुछ गलत किया है, इसीलिए कांग्रेस दबाव बनाने के लिए पहले हिंसा तक पर उतारू हो गई और अब नितांत अलोकतांत्रिक व संविधान विरोधी आचरण करके केंद्रीय जाँच एजेंसियों, जो अपने आप में संवैधानिक संस्था हैं, के कार्यवाही के विरोध में पुतला दहन की करतूत पर उतर आई है।

देव ने कहा कि भूपेश सरकार के कार्यकाल में कांग्रेस के विधायक-मंत्री तक अफसरों की कार्यप्रणाली पर लगातार सवाल उठाते रहे, उनके भ्रष्ट कारनामों को उजागर करते रहे, लेकिन तत्कालीन मुख्यमंत्री बघेल उन्हीं अफसरों को शह देने में लगे रहे और जब जाँच शुरू हुई व दोषी अधिकारी, दलाल जेल की सींखचों के पीछे डाले गए तो बघेल सबसे आगे आकर इसे भाजपा का षड्यंत्र बताते जेलों में बंद दोषी अधिकारियों की वकालत करने में जरा भी नहीं हिचक्चाए!

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष देव ने सवाल दागा कि क्या कांग्रेस को देश के संविधान और कानून पर भरोसा नहीं है? जिस तरीके से कांग्रेस के लोग दबाव बनाने के लिए अपनी संस्कृति और राजनीतिक चरित्र के अनुरूप, अपनी आदत के अनुरूप पहले पथराव करके जाँच एजेंसी पर हमला कर और अब पुतला दहन का ऐलान कर दबाव बनाने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं। उससे यह सिद्ध होता है कि कहीं-न-कहीं मामला गड़बड़ है।

देव ने बघेल और कांग्रेस नेताओं को नसीहत दी है कि असंवैधानिक, अलोकतांत्रिक और हिंसक आचरण करने के बजाय केंद्रीय जाँच एजेंसियों को अपना काम शांतिपूर्वक करने दें और उसमें पूरा सहयोग करें।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button