‘पाकिस्तान किसी भी हद तक जा सकता है’, भारत ने सिंधु जल समझौते पर लगाई रोक तो बलूचिस्तान के मंत्री ने दी धमकी

रायपुर । जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल, 2025 को हुए आतंकी हमले के खिलाफ भारत ने एक्शन लेना शुरू कर दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हुई सीसीएस की मीटिंग में आतंकी देश पाकिस्तान के साथ इंडस वाटर ट्रीटी पर रोक लगा दी. इस बात से पाकिस्तान बौखला गया है और धमकी दी है कि वो किसी भी हद तक जा सकता है।

बलूचिस्तान सरकार के सूचना मंत्री जान अचकजई ने X पर लिखा, “भारत ने दुश्मनी को बहुत ज्यादा बढ़ा दिया है। इंडस वाटर ट्रीटी को प्रभावी रूप से रद्द करना पाकिस्तान की लाइफ लाइन पर हमला है। यह पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा की रेडलाइन है. इस्लामाबाद अपने पानी की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है (मैं दोहराता हूं, किसी भी हद तक)।’

https://twitter.com/Jan_Achakzai/status/1915071069695758631

कंपकपाने लगा पाकिस्तान, करने लगा एकजुटता की बात

इससे पहले इमरान खान की सरकार में मंत्री रहे चौधरी फवाद हुसैन ने कहा था कि अगर भारत पाकिस्तान पर हमला करता है या धमकी देता है तो पूरा देश एकजुट होगा। हुसैन ने एक्स पर एक पोस्ट में पहलगाम नरसंहार की कोई बात नहीं की लेकिन जरूर कहा, “पाकिस्तान राजनीतिक रूप से विभाजित है, लेकिन हम एक देश के रूप में एकजुट हैं। अगर भारत की ओर से हमला किया जाता है या धमकी दी जाती है तो सभी राजनीतिक दल – पीएमएल-एन, पीपीपी, पीटीआई, जेयूआई और अन्य अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए पाकिस्तानी झंडे के नीचे एक साथ रैली करेंगे।”

मोदी सरकार से कर दी ये अपील

आतंकवादी हमले के बाद भारत में हो रहे घटनाक्रम पर पाकिस्तान लगातार नजर बनाए हुए है। हुसैन ने एक्स पर एक और पोस्ट शेयर करते हुए मोदी सरकार से संयम बरतने की अपेक्षा की। उन्होंने लिखा, “भारत के मंत्रिमंडल ने अपनी सुरक्षा बैठक समाप्त कर ली है – आशा है कि शांति बनी रहेगी और अधिकारी मीडिया के फैलाए गए युद्धोन्माद के आगे झुककर लाखों लोगों के जीवन को खतरे में नहीं डालेंगे।”

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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