अस्पताल में चेंजिंग रूम में नर्सिंग स्टाफ का बनाया वीडियो, प्रबंधन ने नौकरी से हटाया

भिलाई इस्पात संयंत्र (बीएसपी) के सेक्टर – 9 अस्पताल में महिला चेंजिंग रूम में चोरी-छुपे वीडियो बनाने का एक गंभीर मामला सामने आया है। अस्पताल के आईसीयू में कार्यरत नर्सों ने बताया कि 25 वर्षीय संविदा अटेंडेंट देवेंद्र चेंजिंग रूम में मोबाइल लगाकर वीडियो बनाता था।

बुधवार को एक संविदा नर्स ने चेंजिंग रूम में कपड़े बदलते समय मोबाइल देखा।उसी दौरान एक नर्सिंग स्टाफ ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया। उनसे उसका मोबाइल छीनकर हॉस्पिटल प्रबंधन को दे दिया। प्रबंधन ने आनन-फानन में नर्स और उसके परिवार से बात की। इसके बाद नर्स को पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की बात कही गई, लेकिन उसने बदनामी के डर से एफआईआर नहीं की है।

वहीं, घटना के बाद बीएसपी के कर्मचारी नेताओं ने ईडी मेडिकल डॉ. रविंद्र नाथ से फोन पर बात की और जमकर नाराजगी जताई। डॉ. रविंद्र नाथ ने तुरंत वहां की मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विनीता द्विवेदी की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी गठित की है। कमेटी ने मामले की जांच कर नर्सिंग स्टॉफ के परिजनों से भी बात की। साथ ही आरोपी के मोबाइल से वीडियो लेकर सुरक्षित करते हुए फोन से डिलीट किया गया।स्वजनों के पास ही जब्त मोबाइल रखा हुआ।

महासचिव भिलाई इस्पात मजदूर संघ चिन्ना केशवलु ने कहा अस्पताल प्रबंधन मामले को दबा रहा है। ऐसे घिनौने कार्य का हम भर्त्सना करते हैं। इसमें जो भी दोषी उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होने चाहिए। अस्पताल में अगर इस तरीके के कार्य होता है और प्रबंधन लापरवाह बना रहता है, तो ऐसे प्रबंधन को छोड़ा नहीं जाना चाहिए।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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