रायपुर। रेज आईजी अमरेश मिश्रा के निर्देश पर लगातार सायबर ठगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में रेंज साइबर थाना रायपुर ने सिम स्वैपिंग और शेयर ट्र्डिंग के नाम पर ठगी करने वाले तीन आरोपियों को पकड़ा है। इन आरोपियों को साइबर की टीम ने पंजाब, बिलासपुर और गरियाबंद में रेड कार्रवाई कर पकड़ा है।
दरअसल, रायपुर रेंज अमरेश मिश्रा द्वारा रेंज साइबर थाना रायपुर को साइबर अपराधों में आरोपियों की गिरफ्तारी करने एवं ठगी की रकम होल्ड/जप्त करने के संबंध में निर्देश दिया गया है। इसी के तहत रेंज साइबर थाना रायपुर द्वारा कार्रवाई की जा रही है।
इस तरह हैं मामले ….
केश 1
प्रार्थी रश्मि ने शेयर ट्रेडिंग में मुनाफा कमाने के नाम से उनसे 88 लाख रुपए की ठगी होने की रिपोर्ट रेंज साइबर थाना में दर्ज कराई थी। रिपोर्ट पर रेंज साइबर थाना रायपुर में अपराध क्रमांक 14/24 धारा 318(4), 3(5), 238, 111 पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। विवेचना क्रम में पूर्व में उत्तर प्रदेश, बिहार, चेन्नई, कोलकाता से छ:आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। अपराध में शामिल अन्य एक आरोपी गुरप्रीत सिंह पिता सिंदर सिंह उम्र 28 वर्ष पता गुरु राम दास नगर, लुधियाना पंजाब को गिरफ्तार किया गया है। प्रकरण में ठगी की संपूर्ण राशि विभिन्न बैंक खाता में होल्ड कराया गया है।
केश 2
प्रार्थी चमन लाल साहू के बैंक अकाउंट में लिंक जिओ सिम को अज्ञात आरोपियों द्वारा E SIM में पोर्ट कर उनसे ठगी होने की रिपोर्ट थाना राखी में दर्ज कराया था। रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 225/24 धारा 318(4), बीएनएस पंजीकृत कर विवेचना रेंज साइबर थाना रायपुर को सौंपी गई थी। विवेचना क्रम में आरोपी कमल किशोर नेताम पिता बीरबल नेताम उम्र 28 वर्ष पता शांतिनगर थाना सिरगिट्टी बिलासपुर को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी अन्य व्यक्तियों से बैंक खाता खुलवाकर अन्य आरोपियों को बेचता था, प्रकरण पूर्व में 2 अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
केश 3
प्रार्थी नवीन कुमार से शेयर ट्रेडिंग में मुनाफा कमाने के नाम से उनसे 1.39 करोड़ रुपए की ठगी होने की रिपोर्ट थाना तेलीबांधा में दर्ज कराया था। रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 578/24 धारा 318(4), 3,5 बीएनएस पंजीकृत कर विवेचना रेंज साइबर थाना रायपुर को सौंपी गई थी। विवेचना क्रम में आरोपी अरुण सिन्हा पिता अभय सिन्हा उम्र 26 वर्ष पता तेतलखोटी देवभोग गरियाबंद को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ठगी की रकम को USDT के माध्यम से अन्य आरोपियों तक भेजता था। प्रकरण में पूर्व में 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
प्रकरण में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा पर जेल भेजा गया है।