छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र आज से शुरू, चार बैठकें होंगी

रायपुर । छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र 16 से 20 दिसंबर के बीच आयोजित किया जाएगा और इसमें चार बैठकें होंगी। एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि 18 दिसंबर को गुरु घासीदास की जयंती के अवसर पर अवकाश घोषित किया गया है।यही वजह है कि इस बार विधानसभा में कुल चार बैठकें होंगी। विधानसभा सत्र के पहले दिन 16 दिसंबर सोमवार को राज्यसभा के पूर्व सांसद गोपाल व्यास को श्रद्धांजलि दी जाएगी। इसके बाद 2024 के अनुपूरक आय विनियोग पर चर्चा होगी।

विधि विशेष कार्य पर होगी चर्चा: विधानसभा के शीतकालीन सत्र में छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदस्य के वेतन भत्तों पर चर्चा होगी। शीतकालीन सत्र में कई महत्वपूर्ण कार्यों का निष्पादन होगा। कैबिनेट की बैठक में हाल के किए गए संशोधन के प्रारुप को भी विधानसभा में पेश किया जा सकता है। विधानसभा के शीतकालीन सत्र को लेकर बीजेपी ने शुक्रवार को मीटिंग की थी। जबकि इस सत्र में विपक्ष की क्या रणनीति होगी इसको लेकर शनिवार को कांग्रेस ने बैठक की थी।

धान खरीदी समेत कई मुद्दों पर हंगामे के आसार: विधानसभा के शीतकालीन सत्र में सदन में गर्मी देखने को मिल सकती है। विपक्ष राज्य में धान खरीदी में गड़बड़ी का मुद्दा उठा रहा है। इस मुद्दे पर सदन में सियासी संग्राम देखने को मिल सकता है। विपक्ष की तरफ से लगातार कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाया जा रहा है। इसका असर भी सदन में दिख सकता है।

छत्तीसगढ़ विधानसभा का रजत जयंती वर्ष: छत्तीसगढ़ विधानसभा का रजत जयंती वर्ष इस बार मनाया जा रहा है। छत्तीसगढ़ विधानसभा की पहली बैठक 14 दिसंबर 2000 को हुई थी। इस लिहाज से विधानसभा के रजत जयंती वर्ष की शुरुआत हो चुकी है।रजत जयंती वर्ष 14 दिसंबर 2024 से 14 दिसंबर 2025 तक मनाया जाएगा। विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने इसकी जानकारी दी। इस दौरान शीतकालीन सत्र के पहले दिन सभी विधायकों का स्वागत गणतंत्र ध्वनि के माध्यम से किया जाएगा।छाया चित्रों की प्रदर्शनी के अलावा नए विधानसभा के मॉडल की प्रदर्शनी लगाई जाएगी।इसके साथ ही विधानसभा परिचय पुस्तिका का विमोचन किया जाएगा।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button