10 मिनट में खाना पहुंचाने वाले ऐप्स को लेकर नया बवाल, होटल और रेस्टोरेंट के मालिकों ने छेड़ी जंग

10 मिनट में खाना पहुंचाने वाले ऐप्स को लेकर नया बवाल शुरू हो गया है. होटल और रेस्टोरेंट के मालिकों ने इनके खिलाफ लड़ाई का एलान किया है. ब्लिंकिट बिस्ट्रो और स्विगी स्नैक इन दोनों ऐप पर रेस्टोरेंट के डाटा का यूज अपने ब्रांड के विस्तार के लिए करने का आरोप लगाया है. यूनियन कॉमर्स मिनिस्ट्री से इसके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. होटल-रेस्टोरेंट फेडरेशन्स ने आरोप लगाया है कि जोमैटो और स्विगी एग्रीगेटर प्लेटफॉर्म के जरिए पार्टनर रेस्टोरेंट के आइटम और उनके रेट लिस्ट का उपयोग ब्लिंकिट बिस्ट्रो और स्विगी स्नैक ब्रांड को प्रमोट करने के लिए कर रही हैं.

द फेडरेशन ऑफ होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के वाइस प्रेसिडेंट प्रदीप शेट्टी ने बताया कि हम लोगों ने यूनियन कॉमर्स मिनिस्ट्री से अपनी बात रखने के लिए समय मांगा है. अगले हफ्ते यूनियन कॉमर्स मिनिस्टर पीयूष गोयल से भी मिलने की कोशिश कर रहे हैं. हम ई-कॉमर्स रूल का उसके अक्षरों और भावनाओं के साथ लागू करने का आग्रह कर रहे हैं. दोनों ई-कॉमर्स प्लेयर पार्टनर रेस्टोरेंट के प्रॉडक्ट डिलिवरी की जगह अपना प्राइवेट प्रॉडक्ट ब्रांड डेवलप नहीं कर सकते हैं. प्रदीप शेट्टी ने मनीकंट्रोल को बताया कि उन्हें केवल मार्केटप्लेस ही रहना चाहिए और किसी प्राइवेट ब्रांड को प्रमोट नहीं करना चाहिए. द होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया देश के 60 हजार होटल और पांच लाख रेस्टोरेंट मालिकों का संगठन है.

पांच लाख रेस्टोरेंट का दूसरा संगठन नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया भी जोमैटो और स्विगी के खिलाफ कांपीटिशन कमीशन ऑफ इंडिया के पास जाने की तैयारी कर रहा है. नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ने जोमैटो और स्विगी पर एंटी कांपीटिटिव नॉर्म्स, कॉपीराइट एक्ट और दूसरे कानूनों के उल्लंघन का आरोप लगाया है. प्रेसिडेंट सागर दरयानी ने कहा कि इन एग्रीगेटर्स को क्विक डिलीवरी के लिए रेस्टोरेंट को सक्षम बनाना चाहिए. जबकि ये हमारे जैसा प्रॉडक्ट बेचकर हमें खत्म करना चाह रहे हैं.

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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