पंडरिया में धर्मांतरण पर प्रहार, विधायक भावना बोहरा के प्रयासों से 70 जनजातियों की घर वापसी

घर वापसी की पुकार: सनातन की ओर लौटे वनवासी जन,विधायक भावना बोहरा ने पैर पखारकर जताया सम्मान...संस्कृति और पहचान की पुनःस्थापना



पंडरिया । पंडरिया विधायक भावना बोहरा द्वारा पंडरिया विधानसभा में निरंतर सनातन संस्कृति के प्रचार-प्रसार से लेकर आदिवासी एवं वनवासी संस्कृति को संरक्षित करने की दिशा में सार्थक प्रयास किये जा रहें हैं। जमीनी स्तर पर उनके इन प्रयासों से वनांचल क्षेत्रों में निवास करने वाले जनजाति परिवारों को लाभ मिल रहा है तो वहीं आज पंडरिया विधानसभा में भोले-भाले जनजाति समाज के लोगों को प्रलोभन देकर धर्मान्तरण कराने वालों पर कड़ा प्रहार हुआ है।

पंडरिया विधानसभा के वनांचल क्षेत्रों में निवासरत 70 लोगों की आज घर वापसी हुई। विधायक भावना बोहरा ने विशेष पिछड़ी जनजाति छात्रावास मैदान, कुई-कुकदुर में सेवा दिवस के अवसर पर आयोजित संस्कृति गौरव सम्मान एवं अभिनंदन समारोह में ग्राम झूमर, बोहिल,आगरपानी, नेउर और छिंदीडीह के 70 जनजाति समाज के लोगों के पैर पखारकर अभिनंदन एवं स्वागत कर उन्हें मूल धर्म में वापसी कराया। इस दौरान पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत अभियान की जानकारी एवं जागरूकता के लिए वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

इस अवसर पर पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने कहा कि आज भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 75वां जन्मदिन है सबसे पहले मैं उन्हें पूरे पंडरिया विधानसभा की जनता की ओर से जन्मदिन की बधाई और शुभकामनाएं प्रेषित करती हूँ और उनके सुयशपूर्ण, स्वस्थ एवं दीर्घायु जीवन की कामना करती हूँ। आज प्रधानमंत्री जी के युगांतकारी निर्णयों एवं जनकल्याणकारी नीतियों के माध्यम से देश की मातृशक्ति, सैन्यशक्ति, युवाशक्ति, आदिवासी समाज और कृषक बंधुओं के सशक्तिकरण हेतु किए जा रहे कार्य विकसित भारत के संकल्प को मज़बूती प्रदान कर रहे हैं। अन्त्योदय के संकल्प के साथ वे हर जाती,धर्म और समाज को एक साथ देश की इस विकास यात्रा का सहभागी बनाकर उनके जीवन को बेहतर बनाने एवं देश के विकास को नई गति देने के लिए पूरे समर्पण भाव से कार्य कर रहें हैं।

हमारी धार्मिक संस्कृति,विरासत एवं सभ्यता को सहेजने में भी उनके प्रयासों से आज हमारा देश समृद्ध बन रहा है, विशेषकर हमारे जनजाति समाज के लोगों के कल्याण, सम्मान व उत्थान के लिए उनकी निरंतर तत्परता से उन्हें विकास की मुख्यधारा से जोड़ रहें हैं वहीं हमारे छत्तीसगढ़ में भी जनजाति और आदिवासी समाज के प्रति उनका स्नेह स्पष्ट रूप से देखने को मिलता है।

उन्होंने आदिवासी समाज को प्रतिनिधित्व के नए अवसर दिए ओर द्रौपदी मुर्मू को देश के सर्वोच्य पद राष्ट्रपति और आदिवासी समाज से आने वाले माननीय विष्णु देव साय जी को छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री बनाकर आदिवासी समाज के प्रति सम्मान को व्यक्त किया है। उन्हीं से प्रेरणा लेकर हमने भी पंडरिया विधानसभा में निरंतर आदिवासी एवं जनजाति समाज के उत्थान और उन्हें विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए निरन्तर प्रयास किया।

विधायक भावना बोहरा ने कहा कि वनांचल क्षेत्र में निःशुल्क एम्बुलेंस सेवा, शैक्षणिक सुविधाओं, निःशुल्क मोबाइल हेल्थ पैथ लैब,अधोसंरचना व विकास कार्य, जनजाति परिवारों के लिए 3300 से अधिक पीएम आवास, पीएम जनमन योजना से करोड़ों की लागत से पक्की सड़कों का निर्माण और मूलभूत सुविधाओं के विस्तार के साथ ही विधानसभा पटल पर उनकी समस्याओं व उसके समाधान के लिए निरंतर आवाज उठाई है। उनकी संस्कृति,सभ्यता और धरोहरों को सहेजने की दिशा में कार्य किया उसी के फलस्वरूप आज पंडरिया पंडरिया विधानसभा के जनजाति समाज के 70 लोगों ने घर वापसी करते हुए अपने मूल धर्म को अपनाया जिनका हमने सहर्ष स्वागत करते हुए आज इस कार्यक्रम के माध्यम से उनका अभिनंदन किया।

धर्मांतरण के विषय पर भावना बोहरा ने कहा कि घर वापसी केवल आस्था का विषय नहीं है यह संस्कृति और पहचान को पुनः प्राप्त करने की दिशा में एक सशक्त कदम है। कुछ लोगों द्वारा प्रलोभन देकर अपने निजी स्वार्थ के लिए हमारे जनजाति व आदिवासी समाज के लोगों को भटकाने का प्रयास किया जा रहा है उनकी संस्कृति व विरासत को नुकसान पहुंचा कर वर्षों पुरानी प्राचीनकाल से चली आ रही सभ्यता को समाप्त करने का काम किया जा रहा है लेकिन भाजपा सरकार उनके इन मंसूबों को कभी कामयाब नहीं होने देगी।

यह मुद्दा न केवल हमारी सांस्कृतिक धरोहर की रक्षा से जुड़ा है, बल्कि हमारी संवैधानिक मूल्यों, धार्मिक स्वतंत्रता और सामाजिक सद्भाव की परीक्षा भी है। छत्तीसगढ़, आदिवासी संस्कृति और प्रकृति की गोद में बसा हमारा यह राज्य, सदियों से विविधता का प्रतीक रहा है। लेकिन हाल के वर्षों में, जबरन या प्रलोभन से धर्मांतरण की घटनाओं ने न केवल हमारी परंपराओं को खतरा पहुँचाया है, बल्कि सामाजिक ताने-बाने को भी कमजोर किया है।

उन्होंने आगे कहा कि विदेशी फंडिंग से संचालित एनजीओ और मिशनरी गतिविधियाँ आदिवासी समुदायों को लक्ष्य बना रही हैं। यह केवल एक साजिश का हिस्सा लगती है, जो हमारी आदिवासी पहचान को मिटाने का प्रयास है। प्रदेश में धर्मांतरण को रोकने के लिए 2024 में माननीय मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार ने 1968 के धर्म स्वतंत्रता अधिनियम में संशोधन का ड्राफ्ट तैयार किया, जिसमें धर्मांतरण से 60 दिन पहले जिला मजिस्ट्रेट को सूचना देना अनिवार्य होगा। पुलिस को इरादे की जाँच का अधिकार मिलेगा, और अवैध परिवर्तन पर 10 वर्ष तक की सजा हो सकती है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने स्पष्ट कहा है कि यह कानून आदिवासियों की रक्षा के लिए लाया जाएगा, क्योंकि धर्मांतरण केवल व्यक्तिगत पसंद का विषय नहीं, यह सांस्कृतिक आक्रमण है। यह समय एकजुट होने का है। हमारी आदिवासी संस्कृति जो जल, जंगल और जमीनों की रक्षा करती है उन्हें बचाना हमारा कर्तव्य है।

कार्यक्रम में कबीरधाम जिला भाजपा अध्यक्ष राजेन्द्र चंद्रवंशी ने पंडरिया विधायक भावना बोहरा के इन प्रयासों के लिया बधाई देते हुए उपस्थितजनों को संबोधित किया और कहा कि यह एक सार्थक पहल है और जनजाति समाज के कल्याण व उत्थान के लिए हम हमेशा प्रयास करते रहेंगे। पूर्व नगर संघचालक हरीश लुनिया जी ने कहा कि कई वर्षों से क्षेत्र में धर्मांतरण चल रहा था जिसे रोकने के लिए हम लगातार प्रयासरत रहें और आज मैं भावना बोहरा जी को इसके लिए बधाई देता हूँ जिनके प्रयासों से 70 लोगों ने घर वापसी कर अपनी जड़ों से जुड़ें।

कुकदुर मंडल अध्यक्ष बसंत वटिया ने भी भावना बोहरा को बधाई देते हुए कहा कि हमारे जनजाति समाज के कल्याण और उनकी संस्कृति के संरक्षण हेतु भावना बोहरा द्वारा निरंतर कार्य किया जा रहा है। हाल ही में ग्राम सारपानी के निवासियों का भू-नक्शा लंबित था जिसकी जानकारी उन्हें दी गई और तत्काल उनके प्रयासों से वर्ष 2016-17 से लंबित ग्राम सारपानी का भू-नक्षा, भुईयां सॉफ्टवेयर में अपलोड हो गया है जिससे वहां के स्थानीय निवासी व किसानों को कई प्रकार के लाभ मिलेंगे।

इस अवसर पर हरीश लुनिया, रुपेश जैन, नगर पालिका पंडरिया अध्यक्ष मंजुला देवी कुर्रे , उपाध्यक्ष सुमित तिवारी, सरिता सोनी,जनपद अध्यक्ष नंदिनी साहू, उपाध्यक्ष छात्र किशोर तिवारी,मंडल अध्यक्ष बसंत वटिया, नरेश साहू, खिलेश्वर साहू, फलित साहू , प्रदीप पूरी गोस्वामी , रविश सिंह , बालमुकुन्द चंद्रवंशी , पूर्व मंडल अध्यक्ष रतिराम भट्ट , दीपक सलूजा , रोशन दुबे , दीपा धुर्वे , राजेश्वरी धृतलहरे , महंगी लाल मांडले , नवल किशोर पाण्डेय , शिव चंद्रवंशी, चन्द्र किशोर सोनी , कल्याण सिंह , राम कुमार चंद्राकर , राजकुमार नेताम , दुर्गा सिंह , अशोक पटेल सहित भाजपा पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता, महिला मोर्चा की पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता और बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी उपस्थित रहे।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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