बस्तर में पर्यटन को बढ़ावा देने बनेगा टूरिज्म कॉरिडोर,7 जिलों के यूथ के लिए सरकारी नौकरी

रायपुर । छत्तीसगढ़ के 7 जिलों के यूथ के लिए सरकारी नौकरी के लिए भर्तियां निकाली जाएगी। इनमें बस्तर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर, सुकमा, कोंडागांव और कांकेर जिला शामिल है। इन सात जिलों में मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल, होटल मैनेजमेंट के इंस्टीट्यूट और नर्सिंग कॉलेज जैसी सुविधाएं होगी।

बस्तर में छत्तीसगढ़ की सरकार टूरिज्म कॉरिडोर शुरू करने जा रही है। इन पर छत्तीसगढ़ सरकार के अधिकारी प्रोजेक्ट बना रहे हैं। इन प्रोजेक्ट्स पर काम करने के निर्देश सरकार ने दिए हैं। ये बस्तर विकास प्राधिकरण की बैठक में तय हुआ है।

इस बैठक में बस्तर के यूथ, किसान और महिलाओं को ध्यान में रखकर आगामी प्रोजेक्ट तय किए जाएंगे। प्रदेश सरकार के मंत्री, सांसद और विधायकों ने क्षेत्र की जरूरत के हिसाब से सुविधाएं शुरू करने के सुझाव दिए हैं।

बस्तर में टूरिज्म कॉरिडोर

बस्तर में घूमने और देखने को बहुत कुछ है। इन सभी पर्यटक स्थलों को सरकार और भी ज्यादा सुविधा जनक बनाएगी। बस्तर में टूरिज्म कॉरीडोर बनाने का ऐलान मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने किया है। बस्तर के 7 जिलों में मौजूद पर्यटक स्थलों को आपस में जोड़ा जाएगा।

टूरिज्म डिपार्टमेंट इसके लिए स्पेशल टूरिस्ट पैकेज तैयार करेगी। सभी जगहों पर टूरिस्ट एडवेंचर एक्टविटी, रहने-खाने की व्यवस्था को और बेहतर किया जाएगा। नए टूरिस्ट स्पॉट में डेवलपमेंट के काम होंगे।

बस्तर में बनेगा सुपर स्पेशलिटी अस्पताल

बस्तर में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने पर भी सरकार फोकस कर रही है। बैठक में सरकार के मंत्रियों ने NMDC के अधिकारियों से चर्चा की है। तय हुआ है कि बस्तर में एक सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का निर्माण कराया जाए।

गंभीर स्वास्थ्य समस्या के लिए रायपुर पर बस्तर निर्भर है, बस्तर में ही लोगों को अच्छा अस्पताल मिल सकता है। अस्पताल के लिए जमीन और बजट पर प्रोजेक्ट बनाया जाएगा।

राशि की नहीं कोई कमी

मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि जनजाति क्षेत्रों के विकास के लिए राशि की कोई कमी नहीं होगी। सीएसआर मद में भी काफी राशि उपलब्ध है। प्रदेश में डबल इंजन की सरकार है। केन्द्र और राज्य दोनों में जनजातीय समुदायों के विकास के लिए संवेदनशील सरकारें हैं।

बैठक में मंत्रियों, सांसदों, विधायकों से अमूल्य सुझाव मिले। सभी टीम भावना से काम करके विकास के प्रति एकजुटता दिखाएं।

मंत्रियों ने दिए हैं इन प्रोजेक्ट्स को शुरू करने के सुझाव

  • वन मंत्री केदार कश्यप ने मत्स्यपालन, डेयरी उद्यमिता को बढ़ावा देने और किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने नदी किनारे विद्युत लाईन बिछाने, अटल व्यावसायिक परिसर, एफआरए क्लस्टर में सामूहिक खेती को बढ़ावा देने की योजना बनाने कहा।
  • बस्तर में खेल प्रतिभाओं को मौका देने बस्तर में नई खेल एकेडमी शुरू करने की मांग आई।
  • वित्त मंत्री ओ.पी चौधरी ने बस्तर में होटल मैनेजमेंट संस्थान, नर्सिंग कॉलेज, ऑर्गेनिक, नैचुरल फॉर्मिंग प्रारंभ करने पोटा केबिन को स्थायी बनाने का सुझाव दिया।
  • बस्तर क्षेत्र विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष लता उसेंडी ने शिक्षा, उद्यमिता के विकास पर फोकस करने कहा। उन्होंने हर गांव में कृषि सेवा केंद्र शुरू करने कहा।
  • विधायक किरणदेव सिंह ने कहा कि शोधार्थी छात्रों को सुविधाएं देने सेंट्रल इंस्ट्रुमेंटल लैबोरेटरी की स्थापना होनी चाहिए।

रिक्त पदों पर होगी भर्ती

बस्तर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, नारायणपुर, सुकमा, कोंडागांव और कांकेर जिले बस्तर के आकांक्षी जिले हैं। मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने कहा कि बस्तर में के गांवों में आधारभूत सुविधाओं को पहुंचाने 95 गांवों में सर्वे किया जा रहा है। आकांक्षी जिलों में रिक्त पदों पर भर्ती के लिए जिला प्रशासन को अभियान चलाकर प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए हैं।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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