
नई दिल्ली। भारतीय सेना ने पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में बीती रात पाकिस्तान के भीतर नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर बड़ी कार्रवाई की। इस ऑपरेशन के बाद देशभर में भारतीय सेना को लेकर जबरदस्त जोश और गर्व का माहौल है। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट बैठक कर सेना की इस कार्रवाई पर चर्चा की।

कैबिनेट सूत्रों के अनुसार, इस विशेष बैठक में पीएम मोदी ने ऑपरेशन की पूरी जानकारी मंत्रिमंडल को दी। उन्होंने इस निर्णायक कार्रवाई पर कहा—“भारतीय सेना ने अपनी तैयारी के अनुरूप, बिना किसी गलती के लक्ष्य को साधा। यह हमारे लिए गर्व का क्षण है।”
प्रधानमंत्री ने इस सफलता के लिए सेना की खुलकर सराहना की। बैठक के दौरान केंद्रीय मंत्रियों ने भी सेना की प्रशंसा करते हुए पीएम मोदी के नेतृत्व पर विश्वास व्यक्त किया और कहा कि देश इस वक्त एकजुट होकर सरकार और सेना के साथ खड़ा है।
#WATCH | Delhi | Prime Minister Narendra Modi chairs Union cabinet meeting. pic.twitter.com/NIgf2RiZiO
— ANI (@ANI) May 7, 2025
ऑपरेशन सिंदूर पर राजनाथ सिंह ने दी जानकारी
बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर की विस्तृत जानकारी दी। उनके संबोधन के दौरान कैबिनेट के सभी सदस्य जोश से भर उठे और मेज थपथपाकर भारतीय सेना को बधाई दी।
प्रधानमंत्री मोदी का रवैया इस पूरी बैठक में दृढ़ और तटस्थ रहा। उन्होंने कहा—“हमें यह कार्रवाई करनी ही थी। पूरा देश हमारी ओर देख रहा था। हमें अपनी सेना पर गर्व है।”
100 से अधिक आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि
जानकारी के अनुसार, भारतीय सेना ने लश्कर-ए-तैयबा के मुरीदके स्थित मुख्यालय, जैश-ए-मोहम्मद के बहावलपुर स्थित लॉन्चिंग पैड सहित कुल नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए। शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार, इस हमले में कम से कम 100 आतंकियों के मारे जाने की बात सामने आई है।
25 मिनट में खत्म हुआ पूरा ऑपरेशन
इस निर्णायक सैन्य कार्रवाई की विस्तृत जानकारी देने के लिए आज रक्षा विभाग और विदेश मंत्रालय की संयुक्त प्रेस वार्ता आयोजित की गई। भारतीय सेना की वरिष्ठ अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि 6 और 7 मई की रात 1 बजकर 5 मिनट से लेकर करीब 1:30 बजे तक भारतीय सेना ने पूरी योजना के अनुसार ऑपरेशन को अंजाम दिया।
पहलगाम आतंकी हमला: 22 अप्रैल की वीभत्स घटना
भारत सरकार ने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में की गई। उस हमले में आतंकियों ने 26 निहत्थे आम नागरिकों की निर्मम हत्या की थी, जिनमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल था।
इस ऑपरेशन के सफल होने के बाद भारत ने स्पष्ट संदेश दिया है कि वह अपनी सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं करेगा। सेना की इस कार्रवाई को देशभर में साहस और दृढ़ संकल्प के प्रतीक के रूप में देखा जा रहा है।