स्वामी आत्मानंद का नाम बदलना छत्तीसगढ़ के महापुरूषों का अपमान:सुशील आनंद शुक्ला

रायपुर । स्वामी आत्मानंद मेधावी छात्र प्रोत्साहन योजना का नाम बदल कर पं. दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर किये जाने पर कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति व्यक्त किया है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि स्वामी आत्मानंद का नाम बदलना छत्तीसगढ़ के महापुरूषों का अपमान है। यह छत्तीसगढ़ियों के प्रति भाजपा की दुर्भावना को दिखाता है। छत्तीसगढ़ के महापुरूषों, साधु संतो के नाम पर शुरू की गयी किसी भी योजना का नाम बदलने का कांग्रेस कड़ा विरोध करती है। साय सरकार पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की योजनाओं का नाम बदलने में लगी है। सवा साल में भाजपा सरकार अपनी कोई मौलिक योजना शुरू नहीं कर पाई है। यह सरकार केवल नेम चेंजर सरकार बनकर रह गयी है।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा सरकार ने इसके पहले भी पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नाम पर शुरू की गयी योजना राजीव गांधी ग्रामीण कृषि मजदूर योजना, राजीव गांधी स्वावलंबन योजना का राजीव गांधी आजीविका केंद्र का नाम बदलकर पं. दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर किया था। नाम बदलना भाजपा की पुरानी फितरत रही है। स्वामी आत्मानंद स्कूलों का नाम बदलकर पीएमश्री करने की तैयारी भी भाजपा सरकार ने किया था, व्यापक विरोध के बाद कदम पीछे लिया गया था।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा सरकार अपने महापुरुषों के नाम पर योजना चालू करना ही चाहती है तो नई योजनाएं शुरू कर उसका नामकरण अपने महापुरुषों के नाम पर कर ले किसी को कोई आपत्ति नहीं है लेकिन पूर्व में शुरू योजनाओं का नाम बदली किया जाता है तो विरोध होगा।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा सरकार के सवा साल में छत्तीसगढ़ की जनता को निराश किया है। साय सरकार की उपलब्धि को के नाम पर पिछली सरकार की योजनायें बंद करना मात्र है। साय सरकार ने जनता के हित में चलाई जाने वाली योजनओं को दुर्भावनापूर्ण बंद किया। राजीव मितान योजना, गोधन न्याय योजना, बेरोजगारी भत्ता, रीपा, मुख्यमंत्री कर्ज माफी, सिंचाई कर माफी, महिला समूहों की ऋण माफी, सीएम आदिवासी परब सम्मान निधि, सीएम छत्तीसगढ़ी परब सम्मान निधि, कोदो, कुटकी, रागी खरीदी, नरवा-गरवा-घुरवा बारी, मुख्यमंत्री वार्ड कार्यालय, मुख्यमंत्री महतारी दुलार, मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन, धरसा विकास, शहरी गरीबों को पट्टा एवं आवास, छत्तीसगढ़िया ओलिंपिक, मुख्यमंत्री सुपोषण योजना को बंद किया। यह सरकार दुर्भावना वाली सरकार है।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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