ओडिशा के चक्रवाती तूफान मोन्था का असर: छत्तीसगढ़ के कई जिलों में आज भी हल्की बारिश के आसार, किसानों के लिए चिंता की लहर

रायपुर और राज्य के अन्य हिस्सों में अधिकतम तापमान में कमी, कुछ जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी।



रायपुर, 31 अक्टूबर 2025: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD), रायपुर द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार, बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान मोन्था के अवशेषों के कारण छत्तीसगढ़ का मौसम आज भी प्रभावित रहेगा।

यह सिस्टम अब कमजोर होकर पूर्व बीदर और दक्षिण छत्तीसगढ़ क्षेत्र में कम दबाव वाले क्षेत्र में तब्दील हो गया है, जो अब पूर्वी मध्यप्रदेश और उत्तर छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ रहा है।

कृषि और बाजार पर मौसम का प्रभाव

फसल और बाजार मूल्य पर प्रभाव

बेमौसम हुई इस बारिश ने छत्तीसगढ़ के कृषि क्षेत्र के लिए बड़ी चिंता खड़ी कर दी है।

  • धान की फसल: यह बारिश मुख्य रूप से खरीफ की धान की फसल के लिए नुकसानदेह साबित हुई है, जो अब कटाई के चरण में है या काटकर खेतों में रखी गई है। कई ग्रामीण क्षेत्रों, विशेषकर दुर्ग, पाटन, धमधा और बस्तर संभाग में, खेतों में पानी भरने से धान की गुणवत्ता खराब होने और उपज में कमी आने की आशंका है।
  • सब्जी और अनाज की कीमतें: फसल को हुए नुकसान के कारण स्थानीय बाजारों में अनाज, खासकर धान, और मौसमी सब्जियों की आवक प्रभावित हो सकती है। इसके परिणामस्वरूप आने वाले दिनों में सब्जी और अनाज की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है, जिससे आम जनता की जेब पर अतिरिक्त भार पड़ेगा।

रायपुर शहर का मौसम पूर्वानुमान

आज, 31 अक्टूबर 2025 को रायपुर में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश या बूंदाबांदी की संभावना है।

  • अधिकतम तापमान: लगभग 29°C के आसपास रहने का अनुमान है।
  • न्यूनतम तापमान: लगभग 24°C के आसपास दर्ज हो सकता है।
  • वर्षा की संभावना: दिन के समय हल्की बारिश की 25% संभावना है।
  • हवा की गति और दिशा: हवा की गति लगभग 12 मील प्रति घंटा रहने की उम्मीद है, जिसकी दिशा मुख्य रूप से दक्षिण-पश्चिम रहेगी।
  • सूर्योदय: प्रातः 06:31 बजे (लगभग)
  • सूर्यास्त: सायं 05:37 बजे (लगभग)

ओडिशा के चक्रवाती तूफान का छत्तीसगढ़ पर असर

चक्रवाती तूफान मोन्था अब कमजोर होकर अवदाब (Low-Pressure Area) के रूप में छत्तीसगढ़ के करीब आ चुका है। इसका सीधा असर राज्य के दक्षिणी और मध्य हिस्सों में दिखाई देगा। कल की तुलना में आज बारिश में कमी आने का पूर्वानुमान है, और मौसम धीरे-धीरे शुष्क होने लगेगा।

प्रभावित क्षेत्रों में मौसम की स्थिति:

  • दक्षिण और मध्य छत्तीसगढ़: इन क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज-चमक के साथ तेज हवाएं चलने की संभावना है, हवा की रफ्तार 20 किलोमीटर प्रति घंटा तक रह सकती है।
  • तापमान: राज्य के अधिकतम तापमान में थोड़ी कमी दर्ज की जा सकती है, जिससे मौसम में हल्की ठंडक महसूस होगी।

मौसम विभाग द्वारा जारी अलर्ट

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) द्वारा चक्रवाती प्रभाव को देखते हुए राज्य के विभिन्न जिलों के लिए अलर्ट जारी किए गए हैं।

  • रेड अलर्ट (Red Alert): किसी भी जिले के लिए कोई रेड अलर्ट जारी नहीं किया गया है।
  • ऑरेंज अलर्ट (Orange Alert): कोई ऑरेंज अलर्ट जारी नहीं किया गया है।
  • येलो अलर्ट (Yellow Alert):
    • जिले: जशपुर, रायगढ़, कोरबा, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही, मुंगेली, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, सक्ती और सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिलों में बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इसके अलावा बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में भी तेज बारिश के साथ आंधी-तूफान का येलो अलर्ट जारी किया गया है।

सामान्य चेतावनी एवं सुझाव

मौसम की वर्तमान स्थिति को देखते हुए, लोगों को सलाह दी जाती है कि वे सतर्क रहें। जिन क्षेत्रों में भारी बारिश का येलो अलर्ट है, वहाँ जलभराव और आवागमन में परेशानी हो सकती है। किसानों को सलाह दी जाती है कि वे कटी हुई फसलों को सुरक्षित स्थानों पर रखें और मवेशियों का ध्यान रखें। गरज-चमक के दौरान पेड़ों के नीचे या बिजली के खंभों के पास खड़े होने से बचें।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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