यूपीएससी प्रारंभिक परीक्षा 2025 शांतिपूर्ण संपन्न, प्रशासन ने किया निरीक्षण

रायपुर । संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) द्वारा आयोजित सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2025 आज राजधानी रायपुर के विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर संपन्न हुई। परीक्षा दो पालियों में आयोजित की गई-पहली पाली सुबह 09:30 से 11:30 बजे तक और दूसरी पाली दोपहर 02:30 से 04:30 बजे तक।

परीक्षा के सुचारू संचालन के लिए जिले के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने कई परीक्षा केंद्रों का निरीक्षण किया। कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह और पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उम्मेद सिंह ने जे.एन. पांडे हायर सेकेंडरी स्कूल, दानी स्कूल, पी.जी. उमाठे, छत्तीसगढ़ कॉलेज, स्वामी आत्मानंद शहीद स्मारक स्कूल और दूधाधारी कन्या महाविद्यालय जैसे प्रमुख परीक्षा केंद्रों का जायजा लिया। उन्होंने व्यवस्थाओं की जांच कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान एसडीएम नंद कुमार चौबे समेत अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।

परीक्षा के लिए कुल 28 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, जिनमें 10,053 परीक्षार्थियों के शामिल होने की संभावना थी। पहली पाली में 5,951 और दूसरी पाली में 5,867 अभ्यर्थी उपस्थित रहे। पूरे परीक्षा आयोजन को सुव्यवस्थित और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न किया गया, जिससे परीक्षार्थियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

परीक्षा समाप्त होने के बाद, प्रशासनिक अधिकारियों ने परीक्षा केंद्रों पर व्यवस्था बनाए रखने और परीक्षार्थियों को सुविधाजनक माहौल प्रदान करने के प्रयासों को सफल बताया। अगले चरणों में मुख्य परीक्षा के लिए चयनित अभ्यर्थियों की सूची जल्द जारी की जाएगी।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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