नशे में चुनाव ड्यूटी करने पहुंचा प्रधान पाठक,कलेक्टर ने किया निलंबित

छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में चुनाव काम निपटाने के लिए शराब पीकर पहुंचना एक हेडमास्टर को बहुत भारी पड़ गया। बालोद कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल ने शासकीय बालक आश्रम, बगदाई के प्रधान पाठक रविन्द्र कुमार साहू को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।इसके बाद जिले में हड़कंप मच गया है।

ये है मामला

दरअसल छत्तीसगढ़ में इन दिनों चुनाव चल रहे हैं। 11 फरवरी को नगरीय निकाय का चुनाव हुआ। अब त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव हैं। निकाय चुनाव के लिए गुरुर ब्लाक के बगदई स्कूल के हेडमास्टर रविन्द्र कुमार की भी ड्यूटी लगी हुई थी। चुनाव के एक दिन पहले 10 फरवरी को मतदान सामग्री वितरण किया जा रहा था।

चुनाव के काम को निपटाने के लिए हेडमास्टर रविन्द्र शराब पीकर नशे की हालत में पहुंच गया था। उसने खूब शराब पी रखी थी। इसकी जानकारी जैसे ही अफसरों को मिली सीनियर अफसरों ने पहले तो खूब नाराजगी जताई।

अफसरों ने हेडमास्टर का मेडिकल चेकअप करवाया। मेडिकल रिपोर्ट में भी इसकी पुष्टि हो गई। ऐसे में कलेक्टर इंद्रजीत सिंह चंद्रवाल ने कड़ा एक्शन लेते हुए हेड मास्टर को सस्पेंड कर दिया है। कलेक्टर ने बताया कि सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के (1), (2), (3) और नियम 8 के तहत की गई निलंबन की कार्रवाई की गई है। निलंबन अवधि तक प्रधान पाठक को गुरुर के बीईओ कार्यालय में अटैच किया गया है। इस कार्रवाई के बाद जिले में हड़कंप मच गया है ।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button