भाजपा सरकार की लापरवाही के कारण खतरे में मितानिनों की नौकरी : धनंजय ठाकुर

रायपुर । स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के बंगले पहुंचे स्वास्थ्य मितानिनों के घेराव पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा सरकार ने मितानिनों को परमानेंट करने का वादा किया था अब मुकर रहे हैं। भाजपा सरकार के लापरवाही के कारण मितानिनों की नौकरी खतरे में पड़ी है बीते कई माह से मितानिनों को वेतन नहीं मिल रहा है।

मितानिन कार्यक्रम जिस एनजीओ के माध्यम से चल रहा था उस एनजीओ का कार्यकाल लगभग 1 साल पहले समाप्त हो गया उसके बाद से है मितानिन अधर में अटके हुए हैं। हकीकत यह है की मितानिन अब न तो सरकारी है न एनजीओ के अधीन है ऐसे में वर्षों से स्वास्थ्य के क्षेत्र में सेवा दे रहा है मितानिन अपनी नौकरी को लेकर खतरा महसूस कर रहे हैं। उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। रोजगार देने का वादा कर सरकार में आई भाजपा का एक सूत्री कार्यक्रम रोजगार छीनना हो गया है।

प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा की सरकार प्रदेश के हजारों मितानिनों को नौकरी से हटाकर उनके स्थान पर नई अनट्रेंड लोगों को भर्ती करने की साजिश कर रही है। उनके स्थान पर भाजपा से जुड़ी महिलाओं को नई नियुक्ति देने की साजिश कर रही है। सरकार के इस कदम से प्रदेश में स्वास्थ्य कार्यक्रम चौपट होगी ही साथ मे 5500 से अधिक महिलाएं बेरोजगार हो जायेगी। प्रदेश में 5500 से अधिक मितानिन 19 साल से गर्भवती एवं बच्चों की स्वास्थ्य की देखभाल कर रही है। नेशनल स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत नियुक्त संविदा डॉक्टर नर्स और अन्य कर्मचारियों मितानिनों को बीते दो माह से वेतन नहीं मिला है। सीजीएमसी के माध्यम से 800 करोड़ रुपए की दवा खरीदी की गई थी उसका भी भुगतान नहीं हुआ है। सरकारी अस्पताल,प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में दवाइयां मरीजों को जरूरी मिल नहीं रहा है।

प्रदेश कांग्रेस वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार बताएं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और स्टेट हेल्थ एंड रिसोर्स सेंटर के बीच अनुबंध समाप्त होने के बाद मितानिनों का वेतन का भुगतान कौन करेगा? एनजीओ ने मितानिनों की नियुक्ति किया था। प्रदेश में शुरू हुई मितानिन कार्यक्रम देश में आशा वर्कर के रूप में चल रहा है। भाजपा की सरकार इस कार्यक्रम में अनिमियता का आरोप लगाकर इन मितानिनों को बेदखल करने जा रही है। प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था वैसे ही लड़खड़ाई हुई है अस्पतालों में चिकित्सक नर्सिंग स्टाफ दवाईयां और अन्य सुविधाओं का अभाव है, इन अभाव को दूर करने के बजाय सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र में सेवा दे रहे लोगों को अब हटाने जा रही है। कांग्रेस मांग करती है कि सरकार अब वर्षों से सेवा देर रहे मितानिनों को परमानेंट नियुक्ति करें।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button