महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणाम शनिवार (23 नवंबर) रात घोषित किए गए जिसमें सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन ने बड़े अंतर से जीत हासिल की. महायुति में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने 132 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरने में सफलता हासिल की जबकि शिंदे सेना और एनसीपी (अजित पवार गुट) क्रमशः 57 और 41 सीटों पर जीतने में सफल रहे. वहीं विपक्षी महा विकास अघाडी (MVA) को करारी हार का सामना करना पड़ा जहां शिवसेना (यूबीटी) को 20 सीटें, कांग्रेस को 16 और शरद पवार की एनसीपी को केवल 10 सीटें मिलीं. इस बार के चुनाव परिणामों में कुछ दिलचस्प आंकड़े और तथ्यों ने सबका ध्यान खींचा.
शरद पवार की एनसीपी को अजित पवार की एनसीपी से 2.28% ज्यादा वोट मिले हैं, लेकिन शरद पवार के गुट को केवल 10 सीटें मिलीं जबकि अजित पवार के नेतृत्व में एनसीपी को 41 सीटें हासिल हुईं.
- कांग्रेस और शिंदे सेना का वोट प्रतिशत लगभग समान था, लेकिन कांग्रेस केवल 16 सीटें ही जीत पाई जबकि शिंदे सेना ने 57 सीटों पर जीत दर्ज की.
- उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) को शिंदे सेना से सिर्फ 2.48% कम वोट मिले, लेकिन फिर भी उद्धव के गुट को केवल 20 सीटों पर ही जीत हासिल हुई, जबकि शिंदे के गुट ने 57 सीटों पर जीत दर्ज की.
- बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) को समाजवादी पार्टी और सीपीआई से ज्यादा वोट मिले, लेकिन फिर भी बीएसपी का एक भी विधायक चुनाव में नहीं जीत सका.
- महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने राज्यभर में 125 सीटों पर उम्मीदवार उतारे, लेकिन वह चुनाव जीतने में विफल रही, जबकि पार्टी को 1.55% वोट मिले.
- अन्य उम्मीदवारों ने कुल 13.82% वोटअपने नाम किए, लेकिन इस वोट प्रतिशत के बावजूद केवल 10 उम्मीदवार ही जीत सके.
- नोटा (None of the Above) को 0.72% यानी 4,61,886 वोट मिले जो बीएसपी और एसपी को मिले वोटों से ज्यादा थे.
- समाजवादी पार्टी (एसपी) ने दो सीटें जीतीं, लेकिन पार्टी को महज 0.38% वोट ही प्राप्त हुए.
- ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने एक सीट पर जीत दर्ज की और पार्टी को 0.85% वोट मिले.
- वंचित बहुजन आघाड़ी जिसने 200 सीटों पर चुनाव लड़ा था, एक भी सीट नहीं जीत सकी, बावजूद इसके कि पार्टी को चुनाव में महत्वपूर्ण वोट मिले.