महिला को ‘डिजिटल अरेस्ट’ कर किया टॉर्चर,क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर ठगे 58 लाख रुपए

रायपुर। राजधानी रायपुर से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां एक महिला डिजिटल अरेस्ट का शिकार हो गई। बताया जा रहा है कि महिला को 3 से 5 नवंबर तक कथित रूप से डिजिटल अरेस्ट में रखा गया और महिला के खाते से 58 लाख रुपए की ठगी की गई।

आरोपियों ने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का अफसर बताया और महिला से 58 लाख रुपए वसूल लिए। आरोपियों ने अलग-अलग बैंक खातों में पैसे ट्रांसफर करवाए। ठगों ने महिला को मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में फंसाने की धमकी दी।

जानकारी के मुताबिक 3 नवंबर की दोपहर उनके पास फोन आया था। महिला 5 नवंबर तक साइबर ठगों की कैद में रही।इस दौरान महिला के खातों की जानकारी मांगी और धीरे धीरे करके महिला ने ठगों के खाते में 58 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए । मैसेज के माध्यम से रुपए ट्रांसफर करवाए गए।

ऐसे हुई शिकार

मोवा की रहने वाली एम.वी.लक्ष्मी ने बताया कि उनके पति ट्रैज़री डिपार्टमेंट में पोस्टेड थे। उनका देहांत हो चुका है, वह घर पर अकेली रहती है। उनके दो बेटियों की शादी हो चुकी है। जब कॉल आया तो सामने वाले ने खुद को टेलीकॉम डिपार्टमेंट का कर्मचारी बताया। उसने कहा कि उनके आधार नंबर का दुरुपयोग हुआ है। किसी मोहम्मद इस्लाम नवाब नाम के व्यक्ति ने 311 बैंक अकाउंट खोल लिए हैं। इसके लिए आपको मुंबई आना पड़ेगा।

इसके बाद फोन पर युवक ने कहा कि वह कॉल को मुंबई क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर रहा है। महिला के मुताबिक, कुछ देर बाद वीडियो कॉल में विक्रम सिंह नाम का युवक आया। उसने पुलिस की वर्दी पहनी हुई थी। महिला को कहा गया कि 24 घंटे तक कॉल में जुड़ा रहना होगा, जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती है।

विक्रम ने महिला से कई सारे पर्सनल सवाल किए। जिसमें महिला किस बैंक अकाउंट का इस्तेमाल करती है, घर पर कौन-कौन है, क्या करते हैं सभी जानकारी पूछी गई।

साइबर ठग ने महिला को मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा मामला कहकर एक लेटर भेजा। जिसमें रिजर्व बैंक और फाइनेंस डिपार्टमेंट का लेटर हेड था। इसमें लिखा था कि आप जांच पूरे होने तक देश छोड़कर नहीं जा सकती हो, इसके अलावा इस केस को किसी से शेयर भी नहीं कर सकते हो। महिला ने ठग में झांसे में आकर किसी को नहीं बताया।

उसके बाद ठग ने महिला को एक खाता नंबर दिया और कहा कि इसमें 31 लाख रुपए ट्रांसफर कर दो। अगले दिन महिला ने बैंक जाकर आरटीजीएस के माध्यम से 31 लाख रुपए भेज दिए। इसी तरह ठग ने 20 लाख रुपए भी मांग लिए। आगे महिला ने 4 लाख और 50 हजार भी भेजे। ऐसा करके महिला महिला ने 58 लाख का ट्रांजैक्शन 4 दिनों में किया।

ऐसे हुआ मामले का खुलासा

इस बात की जानकारी महिला ने 8 नवंबर को अपनी बेटी को दी। जब जाकर मामले का खुलासा हुआ। जिसके बाद इसकी शिकायत पुलिस को दी गई। अब पुलिस मामले की जांच कर रही है।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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