धमतरी । जहां एक तरफ पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है. कईयों ने इस वैश्विक बीमारी से अपनों को खोया है। यही कारण है कि सरकार ने लॉकडाउन को अपनाया था। जिसमें सभी प्रकार के गतिविधियों को बंद रखा गया था। लेकिन स्थिति में थोड़ा सुधार होने पर अर्थव्यवस्था में सुधार हो इसके लिए थोड़ी सी छूट दी गई है। लेकिन लोग इसका गलत फायदा उठा रहे हैं। इसका उदहारण छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में देखने को मिल रहा है।
कुछ लोग सरकार द्वारा दी गई छूट का फायदा उठाकर अपनी और दूसरों की जिंदगी को खतरे में डाल रहे हैं। जिले के गंगरेल बांध में धड़ल्ले से वाटर स्पोर्ट और बोटिंग चल रही है।जिससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस प्रकार लोग प्रशासनिक आदेश की धज्जियां उड़ा रहे हैं।
भले ही जिला प्रशासन ने कई छूट दी, लेकिन इसमें स्विमिंग पूल, पर्यटन स्थल और भीड़भाड़ वाले इलाकों में चलने वाली गतिविधियों को शामिल नहीं किया गया है। इसे खोलने के निर्देश नहीं दिए हैं। लेकिन गंगरेल बांध में बिना परमिशन और कलेक्टर आदेश को दरकिनार करते हुए वहां के संचालक द्वारा बकायदा बोटिंग और वाटर स्पोर्ट का आनंद पर्यटकों को दिया जा रहा है।
वहां के ग्रामीण इन सब से काफी दहशत और आक्रोश में हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कोरोना वायरस अभी ठीक से खत्म नहीं हुआ है। लॉकडाउन से गांव पूरा सुरक्षित था, लेकिन अब पर्यटकों के आने से यहां खतरा पैदा हो रहा है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से इसे रोकने की मांग की है।
जब इस संबंध में मीडिया ने धमतरी कलेक्टर पीएस एल्मा से बात की तो उनका कहना है कि मेरे संज्ञान में यह बात नहीं आई थी। अभी हमने वाटर स्पोर्ट को खोलने के आदेश जारी नहीं किए हैं अगर इस प्रकार की शिकायत मिल रही है तो समीक्षा करके उचित कार्रवाई की जाएगी।