प्रधानमंत्री मोदी ने छत्तीसगढ़ को दी नई पहचान, नवा रायपुर में 273 करोड़ की लागत से बने इको-फ्रेंडली विधानसभा भवन का लोकार्पण

छत्तीसगढ़ राज्य के रजत जयंती समारोह के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवा रायपुर में अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त नए विधानसभा भवन का उद्घाटन किया। यह भवन न केवल वास्तुकला की दृष्टि से अद्वितीय है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी एक मिसाल पेश करता है।



रायपुर, 1 नवम्बर 2025 — छत्तीसगढ़ राज्य के गठन की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को नवा रायपुर के सेक्टर-19 स्थित नए विधानसभा भवन का लोकार्पण किया। यह ऐतिहासिक क्षण राज्य के लोकतांत्रिक इतिहास में एक नई इबारत के रूप में दर्ज हुआ। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि उनका इस भूमि से आत्मीय नाता रहा है और उन्होंने एक कार्यकर्ता के रूप में छत्तीसगढ़ में लंबा समय बिताया है।

इस भव्य समारोह में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर अपनी माता के नाम एक वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया। साथ ही भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

भवन की विशेषताएं और निर्माण यात्रा

करीब 273 करोड़ रुपये की लागत से बने इस इको-फ्रेंडली विधानसभा भवन का निर्माण 20.78 हेक्टेयर क्षेत्र में किया गया है। इसकी नींव अगस्त 2020 में रखी गई थी और निर्माण कार्य अगस्त 2022 में प्रारंभ हुआ। भवन को तीन वर्षों में पूर्ण किया गया है। इसकी वास्तुकला पारंपरिक महलों की शैली पर आधारित है, जिसमें 13 भव्य गुंबद हैं। इन गुंबदों के भीतर धान की बालियों की आकृतियां उकेरी गई हैं, जो राज्य की कृषि परंपरा का प्रतीक हैं।

भवन के 13 दरवाजों पर भी बारीक कलाकृतियों में धान की बालियां चित्रित हैं। इसकी बनावट राष्ट्रपति भवन से प्रेरित है। वर्तमान में 90 विधायकों के लिए बने इस भवन में भविष्य को ध्यान में रखते हुए 120 सदस्यों की बैठक व्यवस्था की गई है।

भवन का ब्लॉकवाइज विवरण

  • ब्लॉक ए: सचिव, उप सचिव, समिति शाखा, अन्य प्रशासनिक कार्यालय
  • ब्लॉक बी: विधानसभा अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, मुख्यमंत्री, नेता प्रतिपक्ष के कक्ष, सेंट्रल हॉल, मेंबर्स लाउंज, डाइनिंग एरिया
  • ब्लॉक सी: मंत्रियों और विधायकों के कक्ष, एलोपैथी, होम्योपैथी व आयुर्वेदिक अस्पताल, रेलवे आरक्षण, पोस्ट ऑफिस, बैंक

आधुनिक सुविधाएं

  • 500 लोगों की क्षमता वाला ऑडिटोरियम
  • हाईटेक लाइब्रेरी और संसद की तर्ज पर सेंट्रल हॉल
  • म्यूजियम और आर्ट गैलरी
  • पेपरलेस वर्क सिस्टम
  • जल और ऊर्जा संरक्षण की समग्र व्यवस्था
  • पूर्व विधायकों के लिए भी बैठने की व्यवस्था

प्रधानमंत्री का संबोधन

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में संविधान सभा के छत्तीसगढ़ से जुड़े सदस्यों जैसे रवि शंकर शुक्ला, ठाकुर छेदीलाल, घनश्याम सिंह गुप्त, किशोरी मोहन त्रिपाठी, राम प्रसाद पुताई और रघुराज जी को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि इन विभूतियों ने संविधान निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और आज का दिन उनके योगदान को स्मरण करने का अवसर है।

छत्तीसगढ़ को पहली सोलर-सिटी बनाने की घोषणा

प्रधानमंत्री ने अपने दौरे के दौरान यह भी घोषणा की कि नवा रायपुर को प्रदेश की पहली सोलर-सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा। यह पहल राज्य को हरित ऊर्जा की दिशा में अग्रसर करेगी और सतत विकास के लक्ष्य को मजबूती प्रदान करेगी।

निष्कर्ष

नवा रायपुर का नया विधानसभा भवन न केवल छत्तीसगढ़ की राजनीतिक परिपक्वता का प्रतीक है, बल्कि यह स्थानीय संस्कृति, आधुनिक तकनीक और पर्यावरणीय संतुलन का अद्भुत संगम भी है। यह भवन आने वाले वर्षों में राज्य की लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को और अधिक सशक्त बनाने में सहायक सिद्ध होगा।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button