“किसी की हिम्मत नहीं है कि मुझे छू सके, मैं मौत से भी नहीं डरता,ना हारने का डर है ना मरने का,”ED की जांच पर बोले पूर्व CM भूपेश बघेल

रायपुर । छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शराब घोटाले मामले में ED की टीम द्वारा की गई छापेमारी पर पहली प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ईडी के पास कोई ईसीआईआर नंबर नहीं था।

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि ईडी अधिकारियों को मेरे निवास से कुछ नहीं मिला है। मेरे घर की तलाशी में मंतूराम और पुनीत गुप्ता के बातचीत की पेनड्राइव मिली है। रमन सिंह के पुत्र अभिषाक सिंह के कंपनी के बांड पेपर मिला है, सीएम मैडम वाली फाईल पड़ा हुआ था, जिनका नाम सुनते ही उन्होंने छोड़ दिया। यह पेपर नहीं ले गये।

कांग्रेस नेताओं को बदनाम करने की कोशिशें हो रही है। यह छापेमारी मुझे बदनाम करने का सुनियोजित षड़यंत्र था।
ईडी की यह छापेमारी प्रतिशोध के तहत की गई है।

हमारा व्यवसाय किसानी है

उन्होंने ये भी बताया कि छापेमारी में ईडी की टीम को 33 लाख रुपये मिले हैं।हम लोग यहा संयुक्त परिवार में रहते है। साथ ही हमारा व्यवसाय किसानी है। हम 140 एकड़ में खेती करते है। हमारे पास जो पैसा घर में है वह खेती और डेयरी व्यवसाय की आय का पैसा मिला है। हम लोग के पास से सिर्फ 33 लाख मिला है। ईडी द्वारा नोट गिनने की मशीन मंगाई गई ताकि मीडिया में प्रचारित हो की नोट गिनने की मशीन आयी। बहुत पैसा मिला होगा। हमारे घर में जो सोना, गहने थे उसका पूरा हिसाब था उसे नहीं ले गये। जो कैश था उसका पूरा हिसाब है।

‘मैं मौत से भी नहीं डरता…’

भूपेश बघेल ने कहा, ‘किसी की हिम्मत नहीं है कि वो भूपेश बघेल को छू सके। भूपेश बघेल मौत से भी नहीं डरते। मुझे ना हारने का डर है ना मरने का। ED के पास कोई ECIR नंबर नहीं है। जब हमने इसके बारे में पूछा तो उनके पास कोई जवाब नहीं था। 7 साल पहले मेरे खिलाफ एक गंभीर आरोप लगाया गया था। उस मामले में कुछ नहीं मिला, क्योंकि SC ने मुझे बरी कर दिया। इस मामले में भी उन्हें कुछ नहीं मिलेगा।’

विधानसभा में सवाल पूछने पर होती छापामार कार्रवाही

मैंने विधानसभा में सवाल पूछा छापा मार दिया गया। इससे स्पष्ट होता है कि विधानसभा में सवाल पूछना गलत हो गया है। कवासी लखमा ने सवाल पूछा तो उनको जेल में डाल दिये। शराब घोटाले की जांच 3 साल से चल रही है अभी फाइनल रिपोर्ट तक समिट नही कर पाये है। विधानसभा में प्रश्न पूछा तो मेरे यहां छापेमारी हो गयी।

‘ये सब BJP की राजनीतिक साजिश’

सीडी कांड में मुझे बरी कर दिया गया तो भाजपा इससे बौखला गयी। जब बरी हुआ तो एक ही चीज मैंने कहा सत्यमेव जयते।

लेकिन आज जिस प्रकार की कार्यवाही हुयी है इससे पता चलता भाजपा किसी भी सीमा तक जा सकती है। भाजपा के पास कुछ करने को नही है। देश में विपक्ष को परेशान और प्रताड़ित करने के लिये ऐसी हरकते करती है।

पूर्व मुख्यमंत्री के यहां ईडी छापा मारने आयी है और कुछ घंटो में छापा समाप्त हो जाये तो समझ जाना चाहिये कि कुछ नही मिला। ईडी सिर्फ बदनाम करने के लिये आये थे प्रदेश और देश की जनता जान चुकी है। जिस प्रकार से मुझे एआईसीसी महासचिव एवं पंजाब का प्रभार दिया गया है ।इससे भाजपा घबरा गयी है।

विधानसभा में सवाल भी पूछा इसलिये भाजपा बौखला गयी है और कार्यवाही के लिये भेज दिया। केवल बदनाम और षडयंत्र करना भाजपा का चरित्र है। ईडी सिर्फ परेशान करने के लिये आयी थी।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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