ताड़मेटला कांड में शामिल खूंखार नक्सली कमांडर अरब समेत चार नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण,नक्सलियों पर था 32 लाख रुपए का इनाम

नारायणपुर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है । अबूझमाड़ और नारायणपुर इलाके में सक्रिय नक्सलियों द्वारा नक्सली विचारधारा और हथियार को छोड़कर चैन और अमन के रास्ते को अपनाते हुए आज ताड़मेटला कांड में शामिल खूंखार नक्सली कमांडर सहित चार नक्सलियों ने आत्म समर्पण किया है।

नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में एक दंपति भी शामिल है। नक्सलियों ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण किया। उन्होंने कहा कि वे ‘खोखली’ और ‘अमानवीय’ माओवादी विचारधारा तथा शीर्ष नक्सलियों द्वारा निर्दोष आदिवासियों के शोषण से निराश हैं।

साथ ही यह भी ने कहा कि वे जिला पुलिस द्वारा शुरू किए गए ‘निया नार निया पुलिस’ (हमारा गांव, हमारी पुलिस) आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास अभियान से भी प्रभावित थे। एसपी ने कटाया की इन चार नक्सलियों में से गांधी ताती उर्फ अरब उर्फ कमलेश (35) और मैनू उर्फ हेमलाल कोर्राम (35) माओवादियों की डिवीजनल कमेटी के सदस्य थे। बीजापुर जिले का निवासी कमलेश नक्सलियों के ‘माड डिवीजन’ और ‘नेलनार एरिया कमेटी’ में विभिन्न पदों पर काम कर चुका था और उसने आठ वर्षों तक नारायणपुर के नेलनार क्षेत्र के 50 से अधिक गांवों में आतंक फैला रखा था।

एसपी ने बताया कि कमलेश 2010 में तत्कालीन दंतेवाड़ा जिले (अब सुकमा में स्थित) में हुए ताड़मेटला नरसंहार में कथित रूप से शामिल था, जिसमें 76 सुरक्षाकर्मियों की जान चली गई थी।

अधिकारी ने बताया कि हेमलाल माओवादियों की आमदई क्षेत्र समिति के सचिव के रूप में सक्रिय था और वह 2021 में बुकिंतोर आईईडी विस्फोट की घटना में कथित रूप से शामिल था जिसमें पांच जवानों की जान चली गई थी।

एसपी ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले दो अन्य नक्सलियों की पहचान रंजीत लेकामी उर्फ अर्जुन (30) और उसकी पत्नी कोसी उर्फ काजल (28) के रूप में हुई है। साथ ही चारों नक्सलियों पर आठ-आठ लाख रुपये का इनाम था और वे 40 से अधिक हिंसक घटनाओं में शामिल थे।

जानकारी देते हुए कहा कि आत्मसमर्पण करने के उनके फैसले से माओवादियों की नेलनार और आमदई एरिया कमेटी को बड़ा झटका लगा है, जो पूर्व में कई हिंसक घटनाओं को अंजाम देने में अहम भूमिका निभा चुकी हैं।

सभी नक्सलियों को 25-25 हजार रुपये की सहायता दी गई है और सरकार की नीति के अनुसार उनका पुनर्वास किया जाएगा। पिछले साल राज्य के बस्तर क्षेत्र में 792 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था। बस्तर क्षेत्र में नारायणपुर समेत सात जिले शामिल हैं।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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