WTC की अंकतालिका पर फिलहाल भारत और ऑस्ट्रेलिया का दबदबा, साउथ अफ्रीका श्रीलंका और न्यूजीलैंड भी फाइनल की रेस में

डब्ल्यूटीसी फाइनल की रेस अब इतनी दिलचस्प हो चली है कि हर टेस्ट मैच का नतीजा इसमें नया रोमांच जोड़ रहा है. दक्षिण अफ्रीका बनाम श्रीलंका और न्यूजीलैंड बनाम इंग्लैंड के बाद भी डब्ल्यूटीसी पॉइंट टेबल में ऐसा ही बदलाव आने वाला है. अगर दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड मैच जीतते हैं तो पॉइंट टेबल में ऑस्ट्रेलिया दूसरे से चौथे नंबर पर खिसक जाएगा. पॉइंट टेबल में फिलहाल भारत पहले और ऑस्ट्रेलिया दूसरे नंबर पर हैं.

डब्ल्यूटीसी फाइनल की रेस में कितनी तेजी से बदलाव हो रहा इै इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहुंची तो वह पॉइंट टेबल में दूसरे नंबर पर थी.भारत ने इसके बाद पर्थ टेस्ट जीता और ऑस्ट्रेलिया को दूसरे नंबर पर खदेड़कर खुद चोटी पर कब्जा कर लिया. अब भारत 61.11 पॉइंट (परसेंट) के साथ पहले नंबर पर है. ऑस्ट्रेलिया (57.69) दूसरे नंबर पर है.

28 नवंबर से न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के बीच टेस्ट मैच खेला जा रहा है. अगर न्यूजीलैंड यह मैच जीत लेता है तो उसके 58.33 अंक हो जाएंगे, जो ऑस्ट्रेलिया से अधिक होंगे. लेकिन यदि दक्षिण अफ्रीका भी श्रीलंका को हरा दे तो उसके 59.26 पॉइंट (परसेंट) हो जाएंगे. श्रीलंका के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका की जीत भी पक्की लग रही है क्योंकि उसने श्रीलंका को 516 रन का असंभव सा लक्ष्य दिया है.

राहत की बात यह है कि दक्षिण अफ्रीका या न्यूजीलैंड की जीत से फिलहाल भारत के नंबर-1 पोजीशन पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा. लेकिन भारत को यदि पहले नंबर पर कायम रहना है तो उसे ऑस्ट्रेलिया को कम से कम दो और मैच में हराना होगा. दूसरी ओर यह उम्मीद करनी होगी कि न्यूजीलैंड की टीम इंग्लैंड के खिलाफ वाइटवॉश ना करे. अगर न्यूजीलैंड 2-1 से जीता तो उसके 57.14 पॉइंट ही रहेंगे और उसकी फाइनल की उम्मीद दूसरी टीमों के नतीजों पर निर्भर करेगी.

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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