Panchang: 12 सितंबर 2025 का संपूर्ण पंचांग: राहुकाल, शुभ-अशुभ मुहूर्त और धार्मिक महत्व



आज का दिन आपके लिए क्या लेकर आया है? जानें शुभ-अशुभ समय, तिथि, नक्षत्र और मां लक्ष्मी की पूजा का विशेष महत्व।

राहुकाल: क्या है और इससे क्यों बचना चाहिए

हिंदू ज्योतिष के अनुसार, राहुकाल एक अशुभ समय अवधि है जो हर दिन लगभग 90 मिनट तक रहती है। इसका नाम छाया ग्रह राहु के नाम पर रखा गया है, जिसे ज्योतिष में एक नकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि राहु के प्रभाव के कारण इस समय में किए गए किसी भी शुभ या नए कार्य में बाधाएं आ सकती हैं, और उनके सफल होने की संभावना कम हो जाती है।

इसका वैज्ञानिक आधार भी है: सूर्योदय और सूर्यास्त के बीच के समय को आठ बराबर भागों में बांटा जाता है, और प्रत्येक भाग को एक ग्रह द्वारा नियंत्रित किया जाता है। राहुकाल, जिसे यमघंटकाल के नाम से भी जाना जाता है, इन भागों में से एक है जो राहु के अधिकार में आता है। यही कारण है कि इस अवधि को अशुभ माना जाता है और इसमें कोई भी महत्वपूर्ण कार्य शुरू करने से बचना चाहिए।

आज, 12 सितंबर 2025 को राहुकाल का समय

आज, शुक्रवार के दिन, राहुकाल का समय सुबह 10:30 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक रहेगा।

राहुकाल में क्या करें और क्या न करें?

  • इन कामों से बचें:
    • नए काम की शुरुआत: कोई भी नया व्यापार, नौकरी या परियोजना शुरू न करें।
    • महत्वपूर्ण सौदे: जमीन, वाहन या अन्य बड़ी खरीदारी से बचें।
    • शुभ कार्य: विवाह, गृह प्रवेश या मुंडन जैसे मांगलिक कार्य न करें।
    • यात्रा: विशेष रूप से उत्तर-पश्चिम दिशा की यात्रा से बचें, क्योंकि यह राहु की दिशा मानी जाती है।
  • इन कामों को करें:
    • नियमित कार्य: अपने दैनिक और नियमित कार्यों को जारी रख सकते हैं।
    • पूजा-पाठ: भगवान की पूजा-अर्चना और मंत्रों का जाप कर सकते हैं।
    • पुराने काम: जो काम पहले से चल रहे हैं, उन्हें जारी रखने में कोई दिक्कत नहीं है।

अन्य अशुभ मुहूर्त

ज्योतिष में राहुकाल के अलावा भी कुछ ऐसे मुहूर्त होते हैं जिन्हें अशुभ माना जाता है। इन मुहूर्तों में भी शुभ या नए काम शुरू करने से बचना चाहिए।

  • गुलिक काल (गुलिक काल): यह समय भी शुभ नहीं माना जाता है, खासकर जब आप कोई नया निवेश करने जा रहे हों।
    • आज का समय: सुबह 08:59 बजे से सुबह 10:30 बजे तक।
  • यमगंड काल (यमगंड काल): इस समय की ऊर्जा नकारात्मक मानी जाती है और यह कार्यों में असफलता का कारण बन सकती है।
    • आज का समय: दोपहर 03:30 बजे से शाम 04:59 बजे तक।
  • दुर्मुहूर्त (दुर्मुहूर्त): यह दिन में दो बार आता है और इसे अशुभ माना जाता है। इस दौरान किए गए कार्य अक्सर निराशा लाते हैं।
    • आज का समय: सुबह 08:41 बजे से सुबह 09:30 बजे तक और दूसरा दोपहर 12:41 बजे से दोपहर 01:30 बजे तक।

आज का शुभ मुहूर्त

आज, 12 सितंबर 2025 को शुभ कार्यों के लिए कई शुभ मुहूर्त हैं। इनमें से सबसे महत्वपूर्ण अभिजीत मुहूर्त है, जिसे ज्योतिष में सबसे शक्तिशाली और शुभ मुहूर्त माना जाता है।

  • अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:51 बजे से दोपहर 12:41 बजे तक
  • विजय मुहूर्त: दोपहर 02:20 बजे से दोपहर 03:09 बजे तक
  • अमृत काल: सुबह 09:59 बजे से दोपहर 11:39 बजे तक

राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त का संयोग

यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण प्रश्न है कि यदि राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त एक साथ आ जाएं तो क्या करना चाहिए। ज्योतिष के अनुसार, अभिजीत मुहूर्त का प्रभाव राहुकाल के नकारात्मक प्रभाव को समाप्त कर देता है। इसलिए, यदि कोई शुभ कार्य करना बेहद जरूरी है और वह अभिजीत मुहूर्त के समय में पड़ रहा है, तो आप उसे कर सकते हैं। अभिजीत मुहूर्त की शक्ति इतनी प्रबल होती है कि वह सभी दोषों को दूर कर देती है।

आज का पंचांग: 12 सितंबर 2025

  • दिन: शुक्रवार
  • तिथि: द्वितीया, शुक्ल पक्ष
  • माह: भाद्रपद
  • सूर्य राशि: कन्या
  • चंद्र राशि: कन्या
  • नक्षत्र: उत्तरा फाल्गुनी, दोपहर 01:21 बजे तक
  • योग: शुक्ल, सुबह 08:31 बजे तक
  • करण: बालव, दोपहर 02:45 बजे तक

सूर्योदय और सूर्यास्त का समय:

  • सूर्योदय: सुबह 06:12 बजे
  • सूर्यास्त: शाम 06:26 बजे

चंद्रोदय और चंद्रास्त का समय:

  • चंद्रोदय: सुबह 07:11 बजे
  • चंद्रास्त: शाम 07:37 बजे

आज का धार्मिक महत्व

आज शुक्रवार का दिन है, जो धन की देवी मां लक्ष्मी को समर्पित है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करने से घर में सुख-समृद्धि और धन का आगमन होता है। इसके अलावा, आज द्वितीया तिथि भी है, जो चंद्रमा और मां लक्ष्मी से संबंधित मानी जाती है। इस दिन सफेद वस्तुओं का दान करना और लक्ष्मी जी के मंत्रों का जाप करना अत्यंत शुभ फलदायी होता है।

डिस्क्लेमर: इस खबर में दी गई जानकारी ज्योतिष और पंचांग की सामान्य गणनाओं पर आधारित है। व्यक्तिगत परिस्थितियों और स्थान के अनुसार समय और प्रभाव में भिन्नता हो सकती है। किसी भी महत्वपूर्ण कार्य की शुरुआत से पहले किसी विशेषज्ञ ज्योतिषी से परामर्श करना उचित है। www.the4thpillar.live इस जानकारी की सटीकता की कोई गारंटी नहीं लेता है।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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