अयोध्या में दीपोत्सव के कार्यक्रम को अंतिम रुप दिया जा रहा है। दीपावली से एक दिन पहले अयोध्या के घाट 5 लाख 51 हजार दीपकों से जगमगाएगी। राम मंदिर के भूमि पूजन के बाद यह पहला मौका है जब अयोध्या में दीपावली का कार्यक्रम मना जाएगा।
कोरोना के कारण न आएं अयोध्या
इस कार्यक्रम में भारी भीड़ आने की उम्मीद है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने लोगों से अयोध्या न आने की अपील की है। राज्य के मंत्री नीलकंठ तिवारी ने जनमानस से आग्रह किया है कि’ 500 वर्षों के संघर्ष के बाद यह मौका आया है। इसलिए बड़ी संख्या में भक्त यहां आना चाहते हैं। लेकिन कोरोना के कारण हमारा लोगों से आग्रह है कि इस कार्यक्रम को लाइव ही देखें।’
Over 5-lakh earthen lamps will be lit in this year's Deepotsav. And this will be the first time that it will be held at the Ram Janmbhoomi site, an event which has been pending for the last 500 years: Neelkanth Tiwari, Tourism Minister, Uttar Pradesh https://t.co/uJHkw89wzF
— ANI UP (@ANINewsUP) November 7, 2020
राम की पैड़ी पर उस दिन 5 लाख 51 हजार दीपक जलाए जाएंगे। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद से हर वर्ष दीपोत्सव का कार्यक्रम मनाया जा रहा है। अयोध्या में भूमिपूजन के दिन भी अयोध्या के घाटों पर दीपोत्सव के कार्यक्रम आयोजित किए गया था।
13 नवंबर को क्या होगा खास
दीपावली के एक दिन पहले अयोध्या के सभी प्रमुख घाट, मंदिर की लाइटिंग होगी। साथ ही सभी प्रमुख स्थल पर दीपोत्सव का कार्यक्रम भी मनाया जाएगा। इससे पहले दोपहर में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ झांकी देखेंगे। जोकि साकेत महाविद्यालय से राम कथा पार्क तक जाएगी।