ऑपरेशन सिंदूर: भारतीय सेना का करारा जवाब, विधायक डॉ. संपत अग्रवाल ने कहा–’ये तो झांकी है,अभी तबाही बाकी है’

रायपुर/बसना । भारतीय सेना ने पहलगाम आतंकी हमले का करारा जवाब देते हुए ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। गुरुवार को रावलपिंडी, कराची, लाहौर, गुजरावाला और इस्लामाबाद में सिलसिलेवार ड्रोन हमलों ने पाकिस्तान के सुरक्षा तंत्र को पूरी तरह से हिला कर रख दिया।

सूत्रों के अनुसार, इन हमलों में दर्जनों आतंकवादी मारे गए, जिससे पाकिस्तान के सुरक्षा ढांचे की कमजोरी उजागर हो गई है। भारतीय सेना ने ‘सुदर्शन चक्र’ एयर डिफेंस तकनीक का उपयोग कर दुश्मन के मिसाइल और ड्रोन हमलों को हवा में ही नष्ट कर दिया। सुबह होते-होते पाकिस्तान के कई रडार सिस्टम निष्क्रिय हो गए।

बसना विधायक डॉ. संपत अग्रवाल ने इस अभियान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा,“अब वार नहीं, प्रहार होगा “। उन्होंने भारतीय सेना की कार्रवाई को साहसिक और निर्णायक बताया। उन्होंने कहा, भारत ने बता दिया है कि ‘ हमें छेड़ोगे तो हम छोड़ेंगे नहीं ‘‘ यह हमला तो झांकी है, अभी तबाही बाकी है ‘

उन्होंने भारतीय जवानों की सराहना करते हुए कहा कि देश के जवानों ने अपनी छुट्टियां रद्द कर दीं और पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए मोर्चा संभाल लिया। मोदी सरकार जो कहती है वो करती है ।

पाकिस्तान की प्रतिक्रिया पर विधायक डॉ अग्रवाल ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने ईरान से शाहिद-126 ड्रोन की खेप मांगी है, जिससे उसकी सैन्य कमजोरी सीधे सीधे उजागर हो रही है। पाकिस्तान के आतंकी संगठनों के कई ठिकाने पूरी तरह से ध्वस्त हो चुके हैं। भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि हर साजिश का करारा जवाब दिया जाएगा और देश की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं होगा।

इस सैन्य कार्रवाई के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस घटनाक्रम पर करीबी नजर बनाए हुए है।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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