रायपुर । विधानसभा चुनाव के पहले चरण की 43 सीटों के साथ देश के 10 राज्यों की 32 सीटों पर उपचुनाव है। उपचुनाव के लिए बुधवार को जिन सीटों पर वोटिंग है। उसमें 31 विधानसभा सीटें और एक लोकसभा सीट शामिल है।
केरल की वायनाड लोकसभा सीट के साथ राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, असम और पश्चिम बंगाल सहित 10 राज्यों की विधानसभा सीटों पर उपचुनाव है। वायनाड लोकसभा सीट पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है।
देश के 11 राज्यों की 33 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को वोटिंग होनी थी, लेकिन सिक्किम की दो विधानसभा सीटों पर निर्विरोध चुने जाने के चलते 31 विधानसभा सीट पर वोटिंग होनी है। इन 31 सीटों में से 28 विधायकों के 2024 में सांसद चुने जाने और 2 विधायकों के निधन होने और एक विधायक के दलबदल करने के चलते उपचुनाव हो रहे हैं। इन 31 सीटों में से 21 सीट सामान्य वर्ग के लिए है तो चार सीटें दलित और 6 सीटें आदिवासी समुदाय के लिए आरक्षित है।
उपचुनाव में किसका क्या दांव पर है?
उपचुनाव के लिए बुधवार को जिन 31 सीटों पर वोटिंग है, उसके सियासी समीकरण देखें तो विपक्षी दलों की साख सबसे ज्यादा दांव पर है। 31 में से 18 सीटें विपक्षी दलों के कब्जे में रही थी और 11 सीटों पर बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए के घटक दलों का कब्जा था। विपक्ष के कब्जे वाली 18 में से 9 सीटों पर कांग्रेस के विधायक थे, जो दो आरजेडी, एक लेफ्ट के कब्जे में थी। इसी तरह एनडीए के तहत सात विधायक बीजेपी के थे तो एक विधायक हम पार्टी से है। इसके अलावा 2 विधायक अन्य दलों के थे।
वायनाड में प्रियंका गांधी की अग्निपरीक्षा
राहुल गांधी 2024 के लोकसभा चुनाव में रायबरेली और वायनाड दो संसदीय सीट से सांसद चुने गए थे, लेकिन नतीजे आने के बाद वायनाड सीट छोड़ दी थी। वायनाड उपचुनाव में कांग्रेस से प्रियंका गांधी वाड्रा चुनावी मैदान में उतरी है। प्रियंका गांधी के खिलाफ लेफ्ट से सत्यन मोकेरी तो बीजेपी से नव्या हरिदास किस्मत आजमा रही है। राहुल गांधी ने 2024 में डी राजा की पत्नी एनी राजा को हराया था। लेफ्ट के केरल की सत्ता पर काबिज होने के चलते वायनाड सीट पर कांग्रेस के लिए चुनौती कम नहीं है, लेकिन अब सभी की नजर इस बात पर लगी है कि प्रियंका गांधी क्या अपने भाई राहुल गांधी के जीत का रिकॉर्ड तोड़ पाएंगी की नहीं?
छत्तीसगढ़ में बीजेपी की प्रतिष्ठा दांव पर
छत्तीसगढ़ की रायपुर दक्षिण सीट बृजमोहन अग्रवाल के सांसद चुने जाने के चलते खाली हुई है। बीजेपी ने सुनील सोनी को उतारा है तो कांग्रेस से आकाश शर्मा किस्मत आजमा रहे हैं। बीजेपी की यह सबसे मजबूत सीटों में से एक रही है, जिसके चलते सीएम विष्णुदेव साय से लेकर सरकार के तमाम मंत्रियों ने पूरी ताकत झोंक दी है। यहां के सियासी समीकरण को देखते हुए अब देखना है कि बीजेपी अपना दबदबा बनाए रखती है या फिर कांग्रेस अपनी जीत का परचम फहराती है।
एमपी में शिवराज की साख दांव पर
मध्य प्रदेश की दो विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए बुधवार को वोटिंग है। बुधनी सीट शिवराज सिंह चौहान के लोकसभा सांसद चुने जाने के चलते खाली हुई है तो विजयपुर सीट कांग्रेस विधायक के बीजेपी में शामिल होने के चलते रिक्त हुई थी। शिवराज के इस्तीफे से खाली हुई बुधनी सीट पर रमाकांत भार्गव बीजेपी से किस्मत आजमा रहे हैं तो कांग्रेस से राजकुमार पटेल मैदान में है। विजयपुर से बीजेपी के टिकट पर रामनिवास रावत मैदान में है तो कांग्रेस से मुकेश मल्होत्रा चुनाव लड़ रहे हैं। इस तरह दोनों ही सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधी टक्कर मानी जा रही है।
राजस्थान की सात सीटों पर फाइट
राजस्थान की जिन सात विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं, उसमें झुंझुनू, दौसा, देवली-उनियारा, खींवसर,चौरासी, सलूंबर और रामगढ़ सीट शामिल। इनमें से चार सीटों पर कांग्रेस के विधायक, एक सीट बीजेपी और एक सीट पर भारतीय आदिवासी पार्टी और एक सीट पर हनुमान बेनीवाल की आरएलपी के पास थी। कांग्रेस के सामने 2023 में जीती अपनी चार सीटों पर कब्जा जमाने की कवायद है तो बीजेपी के सत्ता में आने के बाद अब सीएम भजनलाल शर्मा की अग्नि परीक्षा होनी है।
लोकसभा चुनाव में बीजेपी को राजस्थान में करारा झटका लगा है, जिसे उपचुनाव में जीतकर बैलेंस करने की कवायद है. इसी तरह हनुमान बेनीवाल और राजकुमार रोत के लोकसभा सांसद बनने के बाद अब उनके सामने अपनी सीटें जीतने की चुनौती है। इसके चलते चार सीट बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला है तो तीन सीटों पर त्रिकोणीय लड़ाई बन गई है।
बिहार में उपचुनाव बना सेमीफाइनल
बिहार की चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव है, जिसे 2025 का सेमीफाइनल माना जा रहा है। इसके बाद अब सीधे विधानसभा चुनाव 2025 में होने वाले है। बेलागंज, इमामगंज, तरारी और रामगढ़ सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं। एनडीए गठबंधन में रामगढ़ और तरारी सीट पर बीजेपी तो इमामगंज सीट पर जीतन राम मांझी की बहू दीपा मांझी चुनाव मैदान में हैं। वहीं, बेलागंज से आरजेडी का किला ध्वस्त करने के लिए नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू से मनोरमा देवी चुनाव मैदान हैं। रामगढ़, इमामगंज और बेलागंज से आरजेडी के प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। तरारी विधानसभा से भाकपा माले के प्रत्याशी राजू यादव चुनावी मैदान में हैं।
2020 के विधानसभा चुनाव में चार में से तीन सीटों पर महागठबंधन ने कब्जा जमाया था। जिसमें 2 सीटें आरजेडी और एक सीट लेफ्ट ने जीती थी। एक सीट बीजेपी के सहयोगी जीतन राम मांझी की है, जिनके लोकसभा सांसद चुने जाने के चलते खाली हुई है। बिहार की जिन चार सीटों पर उपचुनाव है, वहां सिर्फ बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए और इंडिया गठबंधन की ही नहीं बल्कि प्रशांत किशोर के सियासी दल बनाने के बाद अब जन सुराज पार्टी का भी अग्निपरीक्षा है।
पश्चिम बंगाल की 6 सीट पर उपचुनाव
पश्चिम बंगाल की 6 विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं। जिसमें पांच सीटें टीएमसी विधायकों के सांसद चुने जाने के चलते खाली हुई हैं तो एक सीट बीजेपी के विधायक के सांसद बनने के चलते रिक्त हुई हैं। सीताई, मदारीहाट, नैहाटी, हरोआ, मेदिनीपुर और तालडांगरा विधानसभा सीट पर बीजेपी और टीएमसी के बीच सीधा मुकाबला माना जा रहा है, लेकिन कांग्रेस और लेफ्ट भी कुछ सीटों पर त्रिकोणीय लड़ाई बना रखी हैं।
टीएमसी से सीताई (एससी) से संगीता रॉय, मदारीहाट से जय प्रकाश टोप्पो, तालडांगरा से फाल्गुनी सिंघा बाबू, मेदिनीपुर से सुजॉय हाजरा, हरोआ से रबीउल इस्लाम और नैहाटी से सीनेट डे किस्मत आजमा रहे हैं। बीजेपी के टिकट पर दीपक कुमार रॉय को सीताई से, राहुल लोहार को मदारीहाट से, रूपक मित्रा को नैहाटी से,बिमल दास को हरोआ से,सुभाजीत रॉय को मेदिनीपुर से और अनन्या रॉय चक्रवर्ती को तालडांगरा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
असम की पांच सीट पर उपचुनाव
असम की पांच विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं। कांग्रेस ने सभी पांच सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं, लेकिन बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए से तीन सीट पर बीजेपी, एक सीट पर एजेपी और एक सीट पर यूपीपीएल किस्मत आजमा रही है। असम की जिन पांच सीटों पर चुनाव हो रहे हैं, उसमें चार सीट पर एनडीए के घटक दलों का कब्जा था और एक सीट पर कांग्रेस के विधायक थे। इस तरह से बीजेपी और उसके सहयोगी दलों की सबसे ज्यादा साख दांव पर लगी है ।बारपेटा के सांसद फणि भूषण चौधरी की पत्नी दीप्तिमयी बोंगाईगांव सीट से असम गण परिषद के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। इसी तरह कांग्रेस ने धुबरी सांसद रकीबुल हुसैन के बेटे तंजील को सामागुड़ी से उतार रखा है।
कर्नाटक में परिवारवाद की लड़ाई
कर्नाटक की तीन विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं। इनमें से दो सीटों पर पूर्व सीएम के बेटे किस्मत आजमा रहे हैं। देवगौड़ा और बोम्मई परिवार की तीसरी पीढ़ी चुनाव मैदान में है तो तीसरी सीट पर कांग्रेस सांसद की पत्नी चुनाव लड़ रही हैं। शिगगांव, संदूर और चन्नपटना सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं, जिसमें कांग्रेस तीन सीट पर किस्मत आजमा रही है बीजेपी दो सीट और एक सीट पर जेडीएस चुनाव लड़ रही। शिगगांव से भरत बोम्मई बीजेपी के टिकट पर है, तो कांग्रेस से यासिर खान मैदान में है। चन्नापटना सीट पर देवगौड़ा के पोते हैं तो कांग्रेस से कांग्रेस ने सीपी योगेश्वर चुनाव लड़ रहे। तीसरी सीट संदूर से कांग्रेस सांसद ई तुकाराम की पत्नी अन्नपूर्णा चुनाव लड़ रही हैं भाजपा ने अभिनेता से नेता बने राज्य भाजपा एसटी मोर्चा के अध्यक्ष बंगारू हनुमंथु को उतार रखा है।
गुजरात, मेघालय और केरल की सीट
गुजरात की दो विधानसभा सीट वाव और विसावदर सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं। वह सीट कांग्रेस विधायक के सांसद चुने जाने से खाली हुई है तो विसावदर सीट से विधायक रहे भूपत भायाणी के बीजेपी में शामिल होने से उपचुनाव हो रहे हैं। बीजेपी ने वाव सीट से स्वरूपजी ठाकोर को टिकट दिया तो कांग्रेस ने गुलाब सिंह राजपूत को उम्मीदवार बनाया है। मेघालय की गांबेगरे सीट संगमा के तुरा लोकसभा सीट से सांसद बनने के कारण खाली हुई थी। कांग्रेस से इस सीट पर जिंगजांग मराक और भाजपा ने बर्नार्ड मारक चुनाव लड़ रहे।
केरल की वायनाड लोकसभा सीट के साथ-साथ एक विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव हो रहे हैं। चेलाक्कारा सीट पर CPI (M) विधायक के राधाकृष्णन के अलाथुर से सांसद बनने से खाली हुई है।कांग्रेस ने यहां से राम्या हरिदास और भाजपा ने के बालकृष्णन को टिकट दिया है।इसी तरह वायनाड लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने प्रियंका गांधी चुनाव लड़ रही है. प्रियंका के सामने बीजेपी से नव्या हरिदास और लेफ्ट से सत्यन मोकेरी चुनावी मैदान में हैं।