रायपुर में शेयर ट्रेडिंग के नाम पर करोड़ों की ठगी: ऑपरेशन साइबर शील्ड में 6 अंतर्राज्यीय ठग गिरफ्तार
नकली वेबसाइट बनाकर निवेशकों को झांसे में लिया, शुरुआत में लाभ दिखाकर बाद में करोड़ों की रकम हड़पी, पुलिस ने एमपी, मुंबई और बंगाल से आरोपियों को पकड़ा।

रायपुर, 16 दिसंबर 2025 — छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शेयर मार्केट में निवेश करने वालों को निशाना बनाकर चलाए जा रहे एक अंतर्राज्यीय ठगी रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है।

ऑपरेशन साइबर शील्ड के तहत रेंज साइबर थाना रायपुर की टीम ने देश के विभिन्न राज्यों से 6 शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है, जो नकली शेयर ट्रेडिंग वेबसाइट और फर्जी नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी कर चुके थे।
ऐसे करते थे ठगी का खेल
पुलिस के अनुसार, आरोपी नकली शेयर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म बनाकर लोगों को निवेश के लिए प्रेरित करते थे। शुरुआत में छोटे लाभ दिखाकर निवेशकों का भरोसा जीतते, फिर बड़ी रकम निवेश कराकर वेबसाइट और संपर्क बंद कर देते थे। कुछ मामलों में ऑनलाइन नौकरी दिलाने के नाम पर भी ठगी की गई।
शिकायतें और ठगी की रकम
रायपुर के खमारडीह थाने में 40 लाख, पंडरी में 30 लाख, आमानाका में 46 लाख और अन्य थानों में 15 लाख रुपये की ठगी की शिकायतें दर्ज की गई थीं। एक ही गिरोह द्वारा अलग-अलग राज्यों में इसी तरह की ठगी की पुष्टि हुई है।
गिरफ्तार आरोपी और उनके ठिकाने
पुलिस ने मध्यप्रदेश के सीहोर से जयंत, पन्ना से सुहैल, इंदौर से पूनमचंद्र वर्मा और कल्लू मंसूरी, छिंदवाड़ा से शोएब अख्तर और मुंबई से विपुल पाटने को गिरफ्तार किया है। इनके पास से कई मोबाइल, लैपटॉप, फर्जी बैंक खाते और दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
तकनीकी साक्ष्य और पुलिस की रणनीति
आईजी अमरेश मिश्रा के निर्देशन में रेंज साइबर थाना रायपुर ने तकनीकी साक्ष्य जुटाकर आरोपियों की पहचान की और अंतर्राज्यीय समन्वय से उन्हें गिरफ्तार किया। पुलिस अब इनके नेटवर्क और अन्य सहयोगियों की तलाश में जुटी है।
निवेशकों के लिए चेतावनी
पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि किसी भी अनजान वेबसाइट या व्यक्ति के माध्यम से शेयर ट्रेडिंग या नौकरी के नाम पर पैसे न भेजें। सिर्फ प्रमाणित और रजिस्टर्ड प्लेटफॉर्म का ही उपयोग करें।



