करिया ध्रुवा महोत्सव में उमड़ा जनसैलाब,उत्तर विधानसभा के विधायक पुरंदर मिश्रा शामिल होने पहुंचे 

पिथौरा में जागी परंपरा की रौनक ,करिया ध्रुवा मेला के शुभारंभ पर विधायक पुरंदर मिश्रा ने की मंगल प्रार्थना



महासमुंद । पिथौरा में करिया ध्रुवा का तीन दिवसीय पारंपरिक मेला 3 दिसम्बर बुधवार को बड़े हर्ष और उत्साह के साथ प्रारंभ हुआ। मेला प्रारंभ होते ही क्षेत्रभर से आए ग्रामीणों, श्रद्धालुओं और परंपराओं से जुड़े समुदायों में विशेष उत्साह देखने को मिला। पारंपरिक वाद्यों की गूंज, धार्मिक अनुष्ठानों की पवित्रता और लोक संस्कृति की सुगंध से पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा।

महोत्सव के प्रथम दिन उत्तर विधानसभा के विधायक पुरंदर मिश्रा, जो करिया ध्रुवा मेला समिति के मुख्य आजीवन संरक्षक भी हैं, विशेष रूप से शामिल होने पहुंचे। उन्होंने भगवान करिया ध्रुवा की विधिवत पूजा-अर्चना कर पूरे क्षेत्र की सुख-समृद्धि, कल्याण और निरंतर प्रगति की मंगलकामना की।

विधायक पुरंदर मिश्रा ने कहा कि करिया ध्रुवा महोत्सव हमारी लोकपरंपरा, सांस्कृतिक विरासत और सामाजिक एकजुटता का अद्वितीय प्रतीक है। उन्होंने मेला समिति एवं सभी स्थानीय ग्रामीणों को सफल आयोजन के लिए हार्दिक बधाई दी और इस परंपरा को और भव्य रूप से आगे बढ़ाने का आह्वान किया।

इस अवसर पर अंनत सिंह वर्मा, अधिवक्ता टिकेंद्र प्रधान, सादराम पटेल, प्रदीप पटेल, मुकेश पटेल, प्रियांशु दीक्षित, पूरन बरिहा, गणेश ध्रुव, विष्णु डड़सेना सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

करिया ध्रुवा मेला का पहला दिन परंपरा, आस्था और सांस्कृतिक उत्सव का भव्य संगम बनकर पूरे क्षेत्र में नई ऊर्जा और उल्लास का संचार कर गया।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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