राजधानी मे फर्जी ASP बनकर रौब झाड़ रही थी महिला, थानेदार को दिया गच्चा, बस एक गलती से पकड़ी गईं

भोपाल के थाने में नकली एडिशनल एसपी बनकर पहुंची युवती पुलिस पर ओहदे की धौंस झाड़ रही थी. शोर सुनकर थानेदार बाहर निकले. पुलिस की पूछताछ में उसने अपना नाम शिवानी चौहान बताया. पुलिस स्टेशन के इंचार्ज ने भी फौरन मैडम को जय हिंंद बोलते हुए सैल्यूट मारा. बस इसी औपचारिक बातचीत के दौरान हुई एक गलती से मैडम की चोरी पकड़ ली गई. एएसपी की वर्दी में शराफत का चोला ओढकर पुलिसवालों को हड़का रही मैडम की पोल कैसे खुली और वो खुद कानून के शिकंजे में कैसे पहुंची, आइए बताते हैं.

महिला पुलिस ने नकली महिला एडिशनल एसपी को पकड़ा है. ढोल के भीतर पोल था. नकली पुलिस अफसर को अपने किए पर पछतावा हो रहा है. अब एडिशनल एसपी को थाने ले जाकर मामला दर्ज किया गया है. जानकारी के मुताबिक एडिशनल एसपी की यूनिफॉर्म में टीटी नगर थाने भी पहुंची थी. ये नकली एडिशनल एसपी थाने में हेड कॉन्स्टेबल पर रौब झाड़ती थी.

थाने के टीआई और एसीपी ने उसे सैलूट भी किया. युवती ने खुद को 2018 बैच का बताया. इस बैच का अभी प्रमोशन ही नहीं हुआ है. थाना प्रभारी समझ गए कि युवती फर्जी है. जिसके बाद उसकी पोल खुल गई.

फर्जी एडीशनल एसपी ने बताया कि उसकी मां की तबीयत बेहद खराब है. उन्हें खुशी देने के लिए उनके जीते जी सिलेक्शन होने और पुलिस डिपार्टमेंट में नौकरी की फर्जी कहानी रची.

पुलिस को दिए बयान में शिवानी ने बताया कि इंदौर में पुलिस कैंटीन के सामने स्थित स्टोर से पुलिस की वर्दी, बेल्ट और जूते खरीदे थे. वहीं से ही उसने बैज भी बनवाया था. एडिशनल एसपी की वर्दी कैसी होती है, उस पर अशोक चिन्ह और सितारे कितने होते हैं और कैसे लगाए जाते हैं ये सब उसने यूट्यूब पर देखकर सीखा. इसी आधार पर वर्दी तैयार कराई थी.

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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