रायपुर । रायपुर जिले में नशे के खिलाफ “एक युद्ध-नशे के विरूद्ध” अभियान चलाया जाएगा। इसके तहत लोगों को नशे से रोकने के लिए जनजागरूकता अभियान चलाया जाएगा और घुमंतू लोगों को रेशक्यू भी किया जाएगा। साथ ही जिले में 50-50 बिस्तरों के नशा मुक्ति केंद्र भी जल्द ही खुलेंगे। जहां पर नशा करने वालों को नशे से रोकने के लिए जागरूक किया जाएगा।
समाज कल्याण विभाग के सचिव भुवनेश यादव एवं आईजी अमरेश मिश्रा ने स्वयं सेवी संगठन की कलेक्टोरेट स्थित रेडक्राॅस सभाकक्ष में बैठक ली। इस अवसर पर कलेक्टर डाॅ. गौरव सिंह, एसपी डाॅ. लाल उम्मेद सिंह, नगर निगम आयुक्त अबिनाश मिश्रा, जिला पंचायत सीईओ विश्वदीप, सहायक कलेक्टर अनुपमा आनंद, एडीएम, एएसपी, एसडीएम समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
सचिव भुवनेश यादव ने कहा कि नशे से रोकने के लिए जनसहयोग के माध्यम से जनजागरूकता चलाया जाएं। साथ ही नशा मुक्ति केंद्र के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों को नशे से मुक्ति किया जाएं। चैक-चैराहों में घूमने वाले घुमंतू लोगों को रेशक्यू किया जाएं।
नशा मुक्ति केंद्र में बिस्तरों की संख्या बढ़ाई जाएं, जिससे अधिक से अधिक लोगों को केंद्र में लाकर नशे के विरूद्ध जागरूक किया जा सके।
आईजी अमरेश मिश्रा ने कहा कि विभिन्न मार्गाें से घूमंतु लोगों का रेशक्यू किया जाएं और नशे से रोकने के लिए अभियान चलाया जाएं। जनजागरूकता अभियान करने की कार्रवाई तेज की जाएं।
कलेक्टर डाॅ. गौरव सिंह ने कहा कि नशा मुक्ति केंद्र में अनुभवी डाॅक्टर और काउंसर तैयार किया जाएं। उन्हें बेहतर प्रशिक्षण दिया जाएं, जिससे नशे करने वालों को जल्द से जल्द नशे से मुक्ति दिलाई जा सके।
एसपी डाॅ. लाल उम्मेद सिंह ने कहा कि प्रत्येक चौक-चैराहों का चिंहाकन किया गया है। जहां घुमंतू लोग मिलेंगे, उन्हें रेशक्यू किया जाएगा। यह अभियान प्रारंभ किया जा रहा है। साथ ही नशे से मुक्ति दिलाने के लिए जनजागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा।