शाह बोले-31 मार्च 2026 से पहले करेंगे नक्सलवाद का खात्मा,अमित शाह की दहाड़

रायपुर । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह छत्तीसगढ़ के दौरे पर है। इस बीच, सुकमा से बड़ी खबर है। अमित शाह के बस्तर प्रवास से ठीक पहले 9 नक्सली गिरफ्तार किए गए हैं। विस्फोटक सामग्री भी बरामद हुई है।

अपने छत्तीसगढ़ प्रवास के पहले दिन रविवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह रायपुर पुलिस परेड ग्राउंड पहुंचे। राष्ट्रपति पुलिस कलर अवार्ड-2024 में शिरकत की। घुड़सवार दस्ते के साथ परेड ग्राउंड में शाह ने प्रवेश किया।पुलिस प्लाटून की सलामी ली। महिला पुलिस बैंड ने इस दौरान मनमोहक बैंड की प्रस्तुति दी।केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रायपुर में राष्ट्रपति पुलिस कलर अवॉर्ड कार्यक्रम में कहा कि हम सब मिलकर छत्तीसगढ़ को 31 मार्च 2026 तक नक्सल मुक्त करेंगे। जैसे ही छत्तीसगढ़ नक्सल मुक्त होता है, देशभर में नक्सलवाद का खत्म हो जाएगा।

छत्तीसगढ़ पुलिस को राष्ट्रपति का निशान

इस बीच, अपने दौरे के पहले दिन रविवार को अमित शाह ने रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड मैदान में ‘राष्ट्रपति का निशान (प्रेसिडेंट्स कलर्स)’ प्रदान किया। सशस्त्र बलों और पुलिस संगठनों को उनकी विशिष्ट सेवाओं और अनुकरणीय कर्तव्यनिष्ठा के लिए मिलने वाला ‘राष्ट्रपति का निशान (प्रेसिडेंट्स कलर्स)’ देश का सर्वोच्च सम्मान है।

इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि 25 साल में ही छत्तीसगढ़ के जवानों ने राष्ट्रपति का विश्वास जीता, जो बहुत बड़ा सम्मान का विषय है। देश के बहादुर बलों में एक छत्तीसगढ़ पुलिस भी शामिल है।

गृह मंत्री ने आगे कहा कि, छत्तीसगढ़ पुलिस समर्पण के साथ लोगों की सेवा कर रही है। वहीं नक्सलियों के खिलाफ प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। 31 मार्च 2026 से पहले छत्तीसगढ़ नक्सली मुक्त होगा।

हाल ही में छत्तीसगढ़ पुलिस को यह गौरव प्रदान किया गया है। यह सम्मान राज्य पुलिस के उन अद्वितीय प्रयासों और उपलब्धियों को मान्यता देता है, जो उन्होंने नक्सलवाद और अन्य चुनौतियों से निपटने में हासिल की हैं।

छत्तीसगढ़ पुलिस को यह सम्मान उसकी स्थापना के केवल 24 वर्षों के भीतर प्राप्त हुआ है, जो इसे यह गौरव पाने वाले सबसे युवा पुलिस बलों में से एक बनाता है। 2000 में छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के बाद इस पुलिस बल का गठन किया गया।

इतने कम समय में उन्होंने नक्सलवाद जैसी जटिल चुनौतियों से निपटते हुए राष्ट्रीय स्तर पर अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। यह उपलब्धि छत्तीसगढ़ पुलिस के अद्वितीय समर्पण और प्रभावशाली कार्य प्रणाली का प्रमाण है।

छत्तीसगढ़ पुलिस को यह सम्मान क्यों?

नक्सलवाद के खिलाफ संघर्ष: राज्य लंबे समय से नक्सलवाद से प्रभावित रहा है। पुलिस ने दुर्गम क्षेत्रों में नक्सली गतिविधियों का डटकर सामना किया है और सफलतापूर्वक शांति बहाल की है। उनके अभियानों में साहस, समर्पण और सामुदायिक सहभागिता का अनूठा मेल देखने को मिला।

सामुदायिक पुलिसिंग: राज्य पुलिस ने सामुदायिक पुलिसिंग के तहत आदिवासी युवाओं को रोजगार, शिक्षा और पुनर्वास के लिए विशेष योजनाएं चलाईं। इसके जरिए पुलिस ने आम जनता और सुरक्षा बलों के बीच विश्वास कायम किया।

आधुनिक तकनीक और विशेष बल: राज्य पुलिस ने अपराध नियंत्रण और नक्सल विरोधी अभियानों में आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया। विशेष बल, जैसे डिस्ट्रिक्ट रिजर्व ग्रुप (डीआरजी) ने नक्सलियों के खिलाफ महत्वपूर्ण सफलता हासिल की।

नक्सलवाद पर शाह के रोडमैप मिली सफलता

तीन वर्ष के भीतर नक्सलवाद को समाप्त करने का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का संकल्प रंग ला रहा है। जनवरी 2024 में शाह ने नक्सल विरोधी मुहिम के लिए जो रोडमैप तैयार किया, उसका असर एक वर्ष के भीतर दिखा है।

जनवरी से लेकर अब तक 215 नक्सली मारे गए हैं। 874 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है और 787 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। गिरफ्तार व आत्मसमर्पित समेत डेढ़ हजार नक्सली ठिकाने लगा दिए गए। अब बस्तर के युवा नक्सलवाद की ओर आकर्षित न हों, इसके लिए सरकार ने उन्हें हर आधुनिक सुविधा से जोड़ने की रणनीति बनाई है।

कलर्स अवॉर्ड परेड के बाद जगदलपुर रवाना हो जाएंगे शाह

शाह राष्ट्रपति पुलिस कलर्स अवॉर्ड परेड में शामिल होने के बाद जगदलपुर रवाना हो जाएंगे। आज दोपहर 3 बजे शाह जगदलपुर पहुंचेंगे। यहां पहुंचने के बाद सबसे पहले इंदिरा प्रियदर्शनीय स्टेडियम में बस्तर ओलिंपिक कार्यक्रम में शामिल होंगे। सरेंडर किए गए नक्सली, नक्सल हिंसा पीड़ित और शहीद परिवार से मुलाकात करेंगे।

वहीं अमित शाह 24 घंटे अमित शाह बस्तर में ही रहेंगे। इस दौरान हिड़मा के गांव जाने की भी चर्चा है। आज रात जगदलपुर में बिताएंगे। ऐसी चर्चा है कि दूसरे दिन यानी 16 दिसंबर को नक्सली कमांडर हिड़मा या फिर अबूझमाड़ इलाके में जा सकते हैं। हालांकि, इसको लेकर सुरक्षागत कारणों की वजह से कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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