Video: श्रीनगर में सियासी टकराव, AAP सांसद संजय सिंह हाउस अरेस्ट, फारूक अब्दुल्ला से गेट पर मुलाकात
डोडा विधायक मेहराज मलिक की PSA के तहत गिरफ्तारी के विरोध में पहुंचे AAP सांसद संजय सिंह को पुलिस ने गेस्ट हाउस में नजरबंद किया, प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले ही कार्रवाई।

रायपुर, 11 सितम्बर 2025: जम्मू-कश्मीर में आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक मेहराज मलिक की जन सुरक्षा अधिनियम (PSA) के तहत गिरफ्तारी के विरोध में सियासी हलचल तेज हो गई है। पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह जब श्रीनगर पहुंचे तो उन्हें प्रेस कॉन्फ्रेंस करने से पहले ही हाउस अरेस्ट कर लिया गया। इस घटनाक्रम ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है, खासकर तब जब पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला उनसे मिलने पहुंचे और उन्हें भी मिलने की अनुमति नहीं दी गई।
संजय सिंह को श्रीनगर में नजरबंद किया गया
आम आदमी पार्टी ने दावा किया है कि संजय सिंह को श्रीनगर स्थित सरकारी गेस्ट हाउस में नजरबंद कर दिया गया। उनके साथ दिल्ली के विधायक इमरान हुसैन भी मौजूद थे। पुलिस ने गेस्ट हाउस के गेट पर ताला लगा दिया और किसी को बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी गई।
संजय सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा कि उन्हें प्रेस कॉन्फ्रेंस और धरना करने से रोका गया, जो लोकतंत्र में उनके संवैधानिक अधिकार का उल्लंघन है। उन्होंने इसे तानाशाही करार दिया और कहा कि प्रशासन ने गेस्ट हाउस को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया।
फारूक अब्दुल्ला से मिलने पर भी रोक
इस बीच नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला संजय सिंह से मिलने पहुंचे। लेकिन प्रशासन ने उन्हें मिलने की अनुमति नहीं दी। इसके बाद संजय सिंह गेस्ट हाउस के गेट पर चढ़कर फारूक अब्दुल्ला से बातचीत करते नजर आए।
बहुत दुःख की बात है जम्मू कश्मीर के कई बार मुख्यमंत्री रहे डॉक्टर फारूख अब्दुल्ला जी पुलिस द्वारा मुझे हाउस अरेस्ट किए जाने की ख़बर पाकर मुझसे मिलने सरकारी गेस्ट में आये उन्हें मिलने नहीं दिया गया।
ये तानाशाही नहीं तो और क्या है? pic.twitter.com/MOcNb1heE6— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) September 11, 2025
मेहराज मलिक की गिरफ्तारी पर आप का विरोध
आप के जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष और डोडा विधायक मेहराज मलिक को 8 सितम्बर को PSA के तहत हिरासत में लिया गया और कठुआ जिला जेल भेज दिया गया। पार्टी का कहना है कि मलिक केवल एक अस्पताल की मांग कर रहे थे और उन्हें आतंकवादियों पर लागू होने वाले कानून के तहत गिरफ्तार करना लोकतंत्र का अपमान है।
संजय सिंह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के इतिहास में किसी विधायक पर PSA नहीं लगाया गया है। उन्होंने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि जहां भी आप का प्रभाव बढ़ता है, वहां उसे कुचलने की कोशिश की जाती है।
आप का आरोप: लोकतंत्र पर हमला
संजय सिंह ने कहा कि यह घटना लोकतंत्र पर सीधा हमला है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा आप के नेताओं को झूठे मामलों में फंसाकर जेल भेज रही है। उन्होंने अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन और खुद को इसका उदाहरण बताया।
उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी इस अवैध कार्रवाई के खिलाफ सड़क से संसद और अदालत तक लड़ाई लड़ेगी।
निष्कर्ष
श्रीनगर में संजय सिंह की नजरबंदी और फारूक अब्दुल्ला को मिलने से रोकने की घटना ने जम्मू-कश्मीर की राजनीति में नया मोड़ ला दिया है। मेहराज मलिक की गिरफ्तारी को लेकर आम आदमी पार्टी का विरोध तेज होता जा रहा है। यह घटनाक्रम लोकतंत्र, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और राजनीतिक अधिकारों को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है।



