रायपुर में होटल और लॉज संचालकों के लिए नई गाइडलाइन: बिना आईडी प्रूफ के नहीं मिलेगा रूम, वाहन पार्किंग का हो समुचित प्रबंधन

रायपुर। शहर में सुरक्षा और स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए नगर निगम महापौर मीनल चौबे ने होटल और लॉज संचालकों की बैठक ली। बैठक में निर्देश दिया गया कि बिना आईडी प्रूफ के किसी को भी रूम देने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, होटलों में व्यवस्थित वाहन पार्किंग व्यवस्था लागू करने पर भी जोर दिया गया।

बैठक के प्रमुख निर्देश

  • बिना आईडी प्रूफ किसी को रुम ना दिया जाए
  • होटलों में सिंगल यूज प्लास्टिक और डिस्पोजेबल आइटम के उपयोग पर प्रतिबंध
  • बल्क वेस्ट जनरेटर वाले संस्थानों को अपना कूड़ा स्वयं प्रोसेस करना होगा
  • स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहर की स्वच्छता रैंकिंग सुधारने में योगदान दें
  • होटल के बाहर अतिक्रमण न हो, निकासी व्यवस्था बाधित न हो
  • रेस्टोरेंट व बेकरी के किचन कर्मियों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण अनिवार्य

महापौर मीनल चौबे ने शहर को स्वच्छ और सुरक्षित बनाने के लिए होटल और लॉज संचालकों से सक्रिय भागीदारी की अपील की। उन्होंने कहा कि विभिन्न शहरों के अच्छे कार्यों से सीख लेकर रायपुर को और बेहतर बनाया जा सकता है।

नगर निगम के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में हुई इस बैठक में स्वच्छता अभियान और सुरक्षा से जुड़े निर्देशों पर विस्तृत चर्चा की गई। महापौर ने संचालकों को आगाह किया कि नियमों का पालन न करने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

रायपुर नगर निगम ने नागरिकों से भी अपील की है कि वे शहर को स्वच्छ और सुरक्षित बनाए रखने में सहयोग दें।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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