रायपुर। फिल्मों का विवादों से पुराना नाता रहा है। कभी इतिहास से छेड़छाड़ तो कभी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए कई फिल्मों पर बवाल हो चुके हैं। कभी किसी फिल्म का कोई दृश्य, तो कभी फिल्म का पोस्टर लोगों के गुस्से का शिकार होते हैं। अब एक बार फिर से एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म पर हिन्दू संगठनों का गुस्सा फूट पड़ा है। इस बार विवाद एक डॉक्युमेंटरी फिल्म ‘काली’ के पोस्टर को लेकर है। डॉक्यूमेंट्री फिल्म काली के पोस्टर पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। फिल्म काली अब नई मुसीबत में फंसती हुई नजर आ रही है।
फिल्ममेकर लीना मणिमेकलई की डॉक्यूमेंट्री फिल्म के पोस्टर में मां काली को सिगरेट पीते दिखाया गया था। इसके साथ ही उनके एक हाथ में एलजीबीटी समुदाय का सतरंगा झंडा भी दिखाया था। विवादित पोस्टर पर बड़ा बवाल खड़ा हो गया है और अब मामला पुलिस तक पहुंच गया है।
Super thrilled to share the launch of my recent film – today at @AgaKhanMuseum as part of its “Rhythms of Canada”
Link: https://t.co/RAQimMt7LnI made this performance doc as a cohort of https://t.co/D5ywx1Y7Wu@YorkuAMPD @TorontoMet @YorkUFGS
Feeling pumped with my CREW❤️ pic.twitter.com/L8LDDnctC9
— Leena Manimekalai (@LeenaManimekali) July 2, 2022
छत्तीसगढ़ में हो रहा जमकर विरोध
इस वेब सीरीज को लेकर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में जमकर विरोध किया जा रहा है। यहां भाजपा मण्डल अध्यक्ष के नेता और कार्यकर्ताओं ने थाने में फिल्ममेकर लीना मनीमेकलाई के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है और इसे रिलीज नहीं करने की मांग की है। साथ ही उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी गई है।
भाजपा माना मण्डल अध्यक्ष रविन्द्र सिंह ठाकुर और मिनी दुबे उपाध्यक्ष समेत सभी पदाधिकारियों ने कहा कि दो दिन पहले एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ की पोस्टर रिलीज हुई है। जिसमें ‘मां काली’ के स्वरुप में एक अश्लील महिला का चित्रण किया गया है। इसमें मां काली को सिगरेट पीते हुए दृश्य दिखाया गया है। इससे हिन्दू लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा है और हमारी भावनाओं इस तरह पूरे देश में ठेस पहुंचाने की जो साजिश रही जा रही है। इस फिल्म की जो डायरेक्टर है लीना मनीमेकलाई के खिलाफ भारतीय युवा मोर्चा के नेतृत्व और भाजपा पार्टी के तत्वाधान में आज हम FIR करने जा रहे है। इसका युवा मोर्चा, भाजपा पार्टी और मात्र शक्ति पुरज़ोर विरोध करती है।
दिल्ली में भी हुई एफआईआर दर्ज
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली पुलिस की IFSO यूनिट ने मां काली फिल्म के विवादित पोस्टर पर एक्शन लिया है। दिल्ली पुलिस ने सेक्शन 153A और 295A के तहत FIR दर्ज की है। दरअसल, दिल्ली पुलिस को काली मां वाले पोस्टर वाले विवाद पर दो शिकायत मिली थीं। एक शिकायत नई दिल्ली डिस्ट्रिक्ट से और दूसरी IFSO से, जो साइबर क्राइम का काम देखती है.IFSO यूनिट ने काली फिल्म की डायरेक्टर लीना मनिमेकलाई के खिलाफ आईपीसी 153A यानी धर्म जाति के आधार पर भड़काना और आईपीसी 295A यानी कोई किसी वर्ग, धर्म की भावनाओं को आहत पहुंचाने के आरोप में मामला दर्ज किया है। वहीं, नई दिल्ली डिस्ट्रिक्ट वाली शिकायत पर नई दिल्ली पुलिस अभी जांच कर रही है। जरूरत पढ़ने पर ईमेल या नोटिस के जरिए डायरेक्टर से सम्पर्क करने की कोशिश करके पूछताछ करेगी।
यूपी पुलिस ने भी FIR दर्ज
हिंदू देवताओं के अपमानजनक चित्रण के लिए फिल्म ‘काली’ की निर्माता लीना मणिमेकलाई के खिलाफ यूपी पुलिस ने भी FIR दर्ज कर ली है। FIR में हिंदू देवी के बारे में अपमानजनक चित्रण के जरिए आपराधिक साजिश, धार्मिक भावनाओं को आहत करने, शांति भंग करने की मंशा समेत कई आरोप फिल्ममेकर लीना मनिमेकलाई के खिलाफ लगाए गए हैं।
वहीं फिल्ममेकर अशोक पंडित ने नूपुर शर्मा के विवादित बयान को लेकर सुप्रीम कोर्ट को उसके हालिया टिप्पणी की याद दिलाते हुए ट्वीट किया है। अशोक पंडित ने लिखा – क्या सुप्रीम कोर्ट जिसने कन्हैयालाल की हत्या के लिए नुपुर शर्मा को दोषी ठहराया था, अब एक फिल्म निर्माता के इस मामले को उठाएगा जिसने हिंदू देवी को गाली दी है। क्या उसे सलाखों के पीछे डालेगा। क्या अर्बन नक्सल गैंग इसकी निंदा करेगा।
आखिर क्यों हो रहा विवाद
दरअसल, फिल्ममेकर लीना मनीमेकलाई ने 2 जुलाई को ट्विटर पर अपनी डॉक्युमेंटरी फिल्म ‘काली’ का पोस्टर शेयर किया था। इस पोस्टर में हिंदू देवी काली के किरदार में एक महिला नजर आ रही है। पोस्टर में इस महिला को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है। लीना के इस पोस्टर को शेयर करते ही ट्विटर पर बवाल मच गया और लोग लीना की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। लीना पर हिंदू धर्म की भावनाओं को जान-बूझकर ठेस पहुंचाने का आरोप लगा है।