रायपुर । छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में हुए नक्सली हमले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) आकाश राव गिरिपुंजे राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए शहीद हो गए। इस दिल दहला देने वाली घटना में कोंटा थाना प्रभारी, एसडीओपी सहित अन्य जवान भी घायल हुए हैं, जिनका उपचार अस्पताल में जारी है।
गृहमंत्री विजय शर्मा ने शहीद अधिकारी की वीरता को नमन करते हुए कहा,आकाश राव गिरिपुंजे एक साहसी और निडर अधिकारी थे, जिन्हें उनके अदम्य साहस के लिए गैलेंट्री अवार्ड से सम्मानित किया गया था। उनका बलिदान हमारे हृदय में अमिट रहेगा।
गृहमंत्री ने कड़े शब्दों में चेतावनी देते हुए स्पष्ट किया कि अब नक्सलियों से किसी भी प्रकार की बातचीत का कोई सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कहा,यह कायराना हरकत उनकी मानसिकता को दर्शाती है, लेकिन हमारे जवानों का मनोबल अडिग है। अब नक्सलियों के खिलाफ अभियान और तेज़ किया जाएगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, शहीद ASP आकाश राव गिरिपुंजे भारत बंद की संभावित घोषणा के मद्देनज़र एक टीम के साथ पैदल गश्त पर निकले थे। इसी दौरान कोन्टा-एर्राबोरा मार्ग पर डोंड्रा के पास प्रेशर IED विस्फोट हुआ, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए।
हमले के तुरंत बाद सभी घायल अधिकारियों और जवानों को प्राथमिक उपचार के लिए कोन्टा अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है। इलाके में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है और अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं, क्योंकि नक्सली गतिविधियों के बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।
राज्य सरकार ने कड़ा रुख अपनाते हुए दोहराया कि नक्सल विरोधी अभियान में कोई ढील नहीं दी जाएगी। शहीद आकाश राव गिरिपुंजे का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। यह संघर्ष निर्णायक होगा, और हमारे वीर जवानों का हर बलिदान देश की अखंडता को मजबूत करता रहेगा।