सुकमा । छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में आईईडी विस्फोट के दौरान एएसपी आकाश राव गिरपुंजे शहीद हो गए। यह घटना कोंटा-एर्राबोरा मार्ग पर डोंड्रा गांव के पास उस समय हुई जब वे सुरक्षा बलों के साथ पैदल गश्त कर रहे थे।
गिरपुंजे के नेतृत्व में सुरक्षा बलों की टुकड़ी नक्सल विरोधी अभियान के तहत 10 जून को प्रस्तावित भारत बंद को लेकर गश्त कर रही थी। इस दौरान भाकपा (माओवादी) के उग्रवादियों ने आईईडी विस्फोट कर दिया, जिसमें एएसपी समेत कुछ अन्य अधिकारी और जवान गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायलों को तत्काल कोंटा अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान एएसपी गिरपुंजे ने दम तोड़ दिया। अन्य घायलों का इलाज जारी है, जिनमें कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।
घटना के बाद पूरे इलाके में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। नक्सली हमले के मद्देनजर अतिरिक्त सुरक्षा बलों को इलाके में तैनात किया गया है ताकि नक्सलियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।
यह हमला नक्सल विरोधी अभियानों की सफलता से बौखलाए माओवादियों के प्रतिरोध के रूप में देखा जा रहा है। इससे पहले भी नक्सली बीजापुर और दंतेवाड़ा जिले में इसी तरह के हमलों को अंजाम दे चुके हैं।
सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि नक्सली आईईडी हमलों और घात लगाकर किए जाने वाले हमलों की रणनीति अपनाकर सुरक्षाबलों को निशाना बना रहे हैं। इन घटनाओं से सुरक्षा बलों की चुनौतियाँ बढ़ती जा रही हैं।
इस घटना के बाद सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के खिलाफ अभियान को और तेज़ करने का संकल्प लिया है। राज्य सरकार और केंद्र सरकार भी इस हमले को गंभीरता से ले रही है और सक्रिय रणनीति के तहत जवाबी कार्रवाई की योजना बना रही है।
एएसपी आकाश राव गिरपुंजे का बलिदान देश की सुरक्षा और नक्सलवाद उन्मूलन के लिए किया गया एक महत्वपूर्ण योगदान है। सुरक्षाबलों की कार्रवाई और क्षेत्र में बढ़ती सतर्कता इस चुनौती का सामना करने के लिए जारी है।