Panchang: राहुकाल और शुभ मुहूर्त: 20 सितंबर 2025 का पंचांग और धार्मिक महत्व



राहुकाल क्या है और इसका महत्व क्या है

भारतीय ज्योतिष में, राहुकाल को एक अशुभ समय माना जाता है, जो प्रतिदिन लगभग 90 मिनट तक रहता है। यह समय राहु ग्रह के प्रभाव में होता है, जिसे एक मायावी और छाया ग्रह माना जाता है।

हिंदू धर्म में मान्यता है कि राहु के प्रभाव के कारण इस दौरान किए गए किसी भी शुभ कार्य में बाधाएं आती हैं या वह सफल नहीं हो पाता। यही कारण है कि नए व्यवसाय की शुरुआत, गृह प्रवेश, विवाह, या अन्य महत्वपूर्ण समारोहों जैसे शुभ कार्यों को इस अवधि में टालने की सलाह दी जाती है।

राहु काल की गणना सूर्योदय के आधार पर की जाती है और यह हर दिन बदलता रहता है।

आज, 20 सितंबर 2025, शुक्रवार के दिन, राहुकाल का समय और अन्य शुभ-अशुभ मुहूर्त नीचे दिए गए हैं।

आज का राहुकाल (20 सितंबर 2025)

आज का राहुकाल सुबह 10:43 बजे से दोपहर 12:15 बजे तक रहेगा।

राहुकाल में क्या न करें:

  • किसी भी नए या शुभ कार्य की शुरुआत न करें।
  • नए व्यवसाय या नौकरी की शुरुआत न करें।
  • यात्रा पर जाने से बचें, खासकर उत्तर-पश्चिम दिशा में।
  • धन का लेनदेन या कोई बड़ा निवेश न करें।
  • विवाह, गृह प्रवेश या कोई धार्मिक अनुष्ठान शुरू न करें।
  • शस्त्र या वाहन आदि की खरीदारी न करें।

राहुकाल में क्या करें:

  • राहु काल में धार्मिक कार्य जैसे पूजा-पाठ, भजन-कीर्तन, ध्यान या जप करना शुभ माना जाता है।
  • रुके हुए काम पूरे कर सकते हैं।
  • राहु से संबंधित ग्रह दोषों को शांत करने के लिए मंत्र जाप कर सकते हैं।

क्यों नहीं करना चाहिए शुभ कार्य? ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार, राहु एक छाया ग्रह है, जो नकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। इस दौरान किए गए कार्य में विघ्न आने की संभावना अधिक होती है। कहा जाता है कि राहुकाल में शुरू किए गए काम में सफलता नहीं मिलती या वे अधूरे रह जाते हैं।

राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त: एक साथ पड़ने पर क्या करें?

कई बार ऐसा होता है कि राहुकाल और अभिजीत मुहूर्त (जिसे दिन का सबसे शुभ मुहूर्त माना जाता है) एक साथ पड़ जाते हैं। इस स्थिति में, यह सवाल उठता है कि क्या शुभ कार्य किए जा सकते हैं? ज्योतिषियों के अनुसार, अभिजीत मुहूर्त का प्रभाव राहुकाल के अशुभ प्रभाव को काफी हद तक कम कर देता है। इसलिए, यदि कोई कार्य बहुत आवश्यक हो और उसे टालना संभव न हो, तो उसे अभिजीत मुहूर्त में किया जा सकता है। हालांकि, जहां तक संभव हो, राहुकाल से बचना ही सबसे उत्तम माना जाता है।

आज के शुभ मुहूर्त (20 सितंबर 2025)

  • अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:49 बजे से दोपहर 12:37 बजे तक। यह दिन का सबसे शुभ समय है।
  • ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 04:36 बजे से 05:24 बजे तक।
  • विजय मुहूर्त: दोपहर 02:14 बजे से 03:02 बजे तक।
  • गोधूलि मुहूर्त: शाम 06:14 बजे से 06:38 बजे तक।

आज का पंचांग

  • तिथि: चतुर्थी, शाम 07:11 बजे तक
  • नक्षत्र: पूर्वाफाल्गुनी, शाम 05:27 बजे तक
  • करण: विष्टि, सुबह 08:35 बजे तक, बव, शाम 07:11 बजे तक
  • योग: अतिगंड, शाम 05:54 बजे तक
  • पक्ष: कृष्ण पक्ष
  • माह: भाद्रपद
  • वार: शुक्रवार
  • सूर्योदय: सुबह 06:14 बजे
  • सूर्यास्त: शाम 06:26 बजे
  • चंद्रोदय: शाम 08:24 बजे
  • चंद्रास्त: सुबह 09:33 बजे (21 सितंबर)
  • दिशा शूल: पश्चिम (इस दिशा में यात्रा करने से बचें।)

आज का धार्मिक महत्व

आज, 20 सितंबर 2025, शुक्रवार का दिन है। यह दिन देवी लक्ष्मी और शुक्र ग्रह को समर्पित है। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करने से धन, समृद्धि और वैभव की प्राप्ति होती है। शुक्र ग्रह भी धन, सौंदर्य और भौतिक सुखों का कारक माना जाता है। शुक्रवार को सफेद वस्तुओं जैसे चावल, दूध, चीनी का दान करना शुभ माना जाता है। इस दिन व्रत रखने और मां संतोषी की पूजा करने से भी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

अस्वीकरण (Disclaimer): यह ज्योतिषीय जानकारी सामान्य मान्यताओं और पंचांग गणनाओं पर आधारित है। यह किसी भी व्यक्ति के व्यक्तिगत जीवन या उसके परिणामों की शत-प्रतिशत गारंटी नहीं देता। www.the4thpillar.live किसी भी व्यक्ति के व्यक्तिगत निर्णय या उसके परिणामों के लिए जिम्मेदार नहीं है। किसी भी महत्वपूर्ण कार्य को करने से पहले, किसी योग्य ज्योतिषी से व्यक्तिगत सलाह लेना उचित होगा।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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