Panchang: आज का राहुकाल और शुभ मुहूर्त: 04 सितंबर 2025 का पूरा पंचांग, जानें शुभ-अशुभ समय

Raipur, 04 सितंबर 2025: पंचांग के अनुसार 04 सितंबर 2025 का राहु काल और शुभ मुहूर्त, साथ ही आज का धार्मिक महत्व।

भारतीय ज्योतिष के अनुसार, राहु काल (Rahu Kaal) दिन का वह विशेष समय होता है जिसे शुभ और मांगलिक कार्यों के लिए अशुभ माना जाता है।

राहु को ज्योतिष में एक क्रूर और छाया ग्रह माना गया है, जिसका प्रभाव इस अवधि में सबसे अधिक होता है। इसीलिए, इस समय कोई भी नया या महत्वपूर्ण कार्य शुरू करने से उसमें बाधाएं आने या उसके असफल होने की संभावना बढ़ जाती है।

यह एक ऐसी अवधि है जिसमें नकारात्मक ऊर्जा का संचार अधिक होता है, जिससे निर्णय लेने की क्षमता प्रभावित होती है और परिणाम मनमुताबिक नहीं मिलते।

आज के राहु काल का समय

आज, 04 सितंबर 2025, गुरुवार के दिन, राहु काल का समय दोपहर 01:30 बजे से दोपहर 03:00 बजे तक रहेगा। इस अवधि में किसी भी नए कार्य की शुरुआत करने से बचना चाहिए।

राहु काल में क्या न करें

  • नए काम की शुरुआत: कोई भी नया प्रोजेक्ट, व्यवसाय या नौकरी की शुरुआत इस समय में नहीं करनी चाहिए।
  • यात्रा: यदि संभव हो तो महत्वपूर्ण यात्रा की शुरुआत इस दौरान टाल दें।
  • लेन-देन: बड़े वित्तीय लेन-देन, निवेश या संपत्ति की खरीद-बिक्री से बचें।
  • शुभ कार्य: विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन संस्कार जैसे मांगलिक कार्य इस समय में न करें।
  • कीमती सामान की खरीदारी: गहने, वाहन या अन्य कीमती वस्तुएं खरीदना अशुभ माना जाता है।

इन कार्यों को राहु काल में न करने का मुख्य कारण यह है कि राहु का प्रभाव कार्यों में अनिश्चितता और अप्रत्याशित बाधाएं लाता है।

राहु काल में क्या करें

  • पहले से चल रहे कार्य: जो काम पहले से चल रहे हैं, उन्हें जारी रखने में कोई दिक्कत नहीं है।
  • अध्यात्म और ध्यान: यह समय ध्यान, पूजा-पाठ, योग और मंत्रों के जाप के लिए शुभ माना जाता है।
  • राहु शांति: यदि आप राहु के अशुभ प्रभाव से बचना चाहते हैं तो राहु मंत्र ‘ॐ रां राहवे नमः’ का जाप कर सकते हैं।

राहु काल और अभिजीत मुहूर्त का संयोग

यदि राहु काल और अभिजीत मुहूर्त (Abhijit Muhurat) एक साथ पड़ जाएं, तो क्या शुभ कार्य किया जा सकता है?

यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण प्रश्न है, क्योंकि अभिजीत मुहूर्त को दिन का सबसे शुभ मुहूर्त माना जाता है, जो सभी दोषों को दूर करने की शक्ति रखता है।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब अभिजीत मुहूर्त और राहु काल एक साथ पड़ते हैं, तो अभिजीत मुहूर्त का बल राहु काल के अशुभ प्रभाव को निष्क्रिय कर देता है। इसलिए, ऐसी स्थिति में शुभ कार्य किए जा सकते हैं।

अभिजीत मुहूर्त भगवान विष्णु के आशीर्वाद से युक्त होता है, जो सभी नकारात्मक प्रभावों को समाप्त कर देता है।

आज के शुभ मुहूर्त

आज के दिन आप अपने महत्वपूर्ण कार्यों की योजना इन शुभ मुहूर्तों में बना सकते हैं:

  • अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:52 बजे से दोपहर 12:43 बजे तक।
  • विजय मुहूर्त: दोपहर 02:25 बजे से दोपहर 03:16 बजे तक।
  • अमृत काल: सुबह 06:17 बजे से सुबह 07:46 बजे तक।

आज का पंचांग

  • तिथि: पंचमी
  • नक्षत्र: शतभिषा
  • पक्ष: शुक्ल पक्ष
  • मास: भाद्रपद
  • सूर्योदय: सुबह 06:06 बजे
  • सूर्यास्त: शाम 06:35 बजे
  • चंद्रोदय: सुबह 10:25 बजे
  • चंद्रास्त: रात 09:56 बजे

आज का धार्मिक महत्व

आज गुरुवार का दिन है, जो भगवान विष्णु और देवगुरु बृहस्पति को समर्पित है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने और केले के पेड़ की पूजा करने से सुख, समृद्धि और ज्ञान की प्राप्ति होती है। इसके अलावा, आज भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि भी है।


Disclaimer : www.the4thpillar.live के माध्यम से प्रकाशित यह जानकारी ज्योतिषीय मान्यताओं और पारंपरिक पंचांग गणनाओं पर आधारित है। इसे केवल सामान्य मार्गदर्शन और जागरूकता के लिए ही माना जाना चाहिए। किसी भी महत्वपूर्ण कार्य को करने से पहले, किसी योग्य ज्योतिषीय सलाहकार से परामर्श करना हमेशा उचित होता है। इस जानकारी का उपयोग व्यक्तिगत जोखिम पर किया जाना चाहिए, और किसी भी हानि या क्षति के लिए वेबसाइट या लेखक जिम्मेदार नहीं होंगे।

 

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button