माँ-बेटे की जोड़ी और गांजा की गाथा,पुलिस की एंट्री ने बदल दिया खेल

रायपुर । रायपुर पुलिस ने नशे के विरुद्ध विशेष अभियान के तहत गांजा तस्करी के आरोप में एक महिला और उसके पुत्र को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी धरसींवा थाना क्षेत्र के सिलतरा पुलिस सहायता केंद्र के पास हुई। पुलिस ने दोनों आरोपियों के पास से 3 किलो 832 ग्राम गांजा, ₹500 नगद, और मोबाइल फोन समेत कुल ₹42,000 मूल्य की सामग्री जब्त की है।

19 मई को एण्टी क्राइम एंड साइबर यूनिट को सूचना मिली थी कि ग्राम सोण्ड्रा रोड स्थित गोस्वामी होटल के पास एक महिला और युवक गांजा की बिक्री की फिराक में हैं। सूचना के आधार पर वरिष्ठ अधिकारियों—अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लखन पटले, संदीप मित्तल, नगर पुलिस अधीक्षक उरला पूर्णिमा लामा एवं उप पुलिस अधीक्षक संजय सिंह—के निर्देशन में एण्टी क्राइम एंड साइबर यूनिट तथा सिलतरा पुलिस की संयुक्त टीम ने छापा मारा।

पुलिस ने मौके पर पहुँचकर महिला मीना टंडन (55) और उसके पुत्र शत्रुघ्न टंडन (22) को गांजा के साथ रंगे हाथ पकड़ा। पूछताछ में दोनों ने अपने रिश्ते को मां-पुत्र बताया। दोनों के खिलाफ थाना धरसींवा में अपराध क्रमांक 237/25 के तहत धारा 20बी नारकोटिक एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।

पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक,मीना टंडन पहले भी आबकारी अधिनियम के दो मामलों में आरोपी रह चुकी है, जबकि शत्रुघ्न टंडन लूट, नारकोटिक एक्ट एवं धारा 327 भादवि के मामलों में जेल जा चुका है।

गिरफ्तार आरोपी

  • मीना टंडन(55), निवासी आनंद चौक, सांकरा, थाना धरसींवा, जिला रायपुर।
  • शत्रुघ्न टंडन (22), निवासी आनंद चौक, सांकरा, थाना धरसींवा, जिला रायपुर।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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