तीन दिवसीय राज्य स्तरीय फल, फूल, सब्जी प्रतियोगिता, 10 जनवरी से प्रदर्शनी का आयोजन

रायपुर । प्रकृति की ओर सोसायटी, उद्यानिकी विभाग, छत्तीसगढ़ शासन, आईजीकेवी एवं नगर निगम के संयुक्त तत्वाधान द्वारा राज्य स्तरीय फल फूल सब्जी प्रदर्शनी एवं प्रतियोगिता का 10,11 एवम् 12 जनवरी को गांधी नेहरू उद्यान में आयोजन किया जा रहा है।

प्रदर्शनी में विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं एवं संगोष्ठीयो का आयोजन किया जा रहा है…

दिनांक 10 जनवरी फूलों की सजावट एवं संगोष्ठी

  • विषय: किचन वेस्ट से खाद कैसे बनाएं
  • वक्ता :डॉ विजय जैन, वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक

11 जनवरी सलाद सजावट प्रतियोगिता एवं संगोष्ठी

  • विषय: फूलों की खेती ओर उद्योग,
  • स्टार्टअप्स वक्ता: डा.उल्हास पाठक, आईजीकेवी

12 जनवरी फूलों की रंगोली प्रतियोगिता एवं संगोष्ठी

  • विषय: गार्डन में फूलों को कीट पतंगो से कैसे बचाएं

प्रतियोगिताओं के लिए प्रभारी आशा भावनानी एवं शिल्पी नागपुरे से संपर्क किया जा सकता है। इसके अलावा प्रतिदिन शाम को शिल्पा नाहर द्वारा फल, फूल, सब्जी हाउसिं गेम खिलाए जाएंगे। जिसमें विजेताओं को पुरस्कार भी दिए जाएंगे एवं रात्रि उभरते कलाकारों को सांस्कृतिक कार्यक्रमों का मौका दिया जाएगा।

अध्यक्ष मोहन वर्ल्यानी का कहना है यह प्रदर्शनी न केवल किसानों के लिए बल्कि आम जनता के लिए भी ज्ञानवर्धक और प्रेरणादायक होगी। सभी नागरिकों से इस आयोजन में सहभागिता की अपील की जाती है।

मीटिंग में मोहन वर्ल्यानी, डॉ. अनिल चौहान , दलजीत बग्गा ,जयेश पीथालिया, डॉ विजय जैन, आशा भावनानी, डी,के तिवारी, शिल्पी नागपुरे, मनीष त्रिवेदी, डॉ पी के वर्मा, सदस्य विशेष रूप से उपस्थित थे।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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