रायपुर । कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और पंजाब के नए प्रभारी बनाए जाने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिल्ली से लौटते ही बड़ा बयान दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय स्तर पर नई जिम्मेदारी मिलने के बावजूद वे छत्तीसगढ़ की राजनीति में सक्रिय रहेंगे। बघेल ने भाजपा नेताओं पर पलटवार करते हुए कहा, ‘किसी को खुश होने की जरूरत नहीं है। मैं छत्तीसगढ़ नहीं छोड़ रहा हूं।’
रायपुर एयरपोर्ट पर पत्रकारों से चर्चा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भाजपा नेताओं की उन चर्चाओं को खारिज किया, जिनमें कहा जा रहा था कि राष्ट्रीय महासचिव बनाए जाने के बाद वे प्रदेश की राजनीति से दूरी बना लेंगे। उन्होंने साफ कहा कि राष्ट्रीय महासचिव की जिम्मेदारी पार्टी ने दी है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि वे अपने राज्य को छोड़ देंगे।
मीडिया से बातचीत में बघेल ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के उस बयान का समर्थन किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि पार्टी नेतृत्व जिसे भी किसी राज्य का प्रभार देता है, उसकी सफलता या असफलता की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। बघेल ने कहा, ‘इसमें कुछ भी गलत नहीं है। अगर किसी को कोई जिम्मेदारी दी जाती है, तो उसका आकलन भी होना चाहिए।’
छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस के अंदर आत्ममंथन जारी है। भूपेश बघेल की राष्ट्रीय महासचिव और पंजाब के नए प्रभारी के रूप में नियुक्ति को पार्टी में बड़े बदलाव के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि, बघेल का यह साफ कहना कि वे छत्तीसगढ़ में सक्रिय रहेंगे, यह दर्शाता है कि वे राज्य की राजनीति में अपनी भूमिका बरकरार रखना चाहते हैं।