रायपुर हवाई अड्डे को अंतर्राष्ट्रीय दर्जा दिलाने की मांग,सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने केंद्रीय मंत्री को लिखा पत्र

रायपुर । छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट को अंतर्राष्ट्रीय दर्जा दिलाने की मांग जोर पकड़ रही है। इसी कड़ी में रायपुर के सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राममोहन नायडू को पत्र लिखकर रायपुर को संयुक्त अरब अमीरात (UAE), थाईलैंड और वियतनाम से सीधी उड़ानों से जोड़ने की अपील की है।

अंतर्राष्ट्रीय कनेक्टिविटी के लिए बढ़ा कदम

सांसद अग्रवाल ने पत्र में उल्लेख किया कि 26 दिसंबर को एयरपोर्ट एडवाइजरी कमेटी की बैठक के बाद विभिन्न अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस से बातचीत की गई। इस चर्चा में यह जानकारी सामने आई कि भारत और यूएई के बीच 2014 में हुए द्विपक्षीय समझौते के अनुसार, वर्तमान में केवल 15 भारतीय शहरों से ही यूएई के लिए सीधी उड़ानों की अनुमति है, जिसमें 66,000 सीटों का आदान-प्रदान हो रहा है।

उन्होंने बताया कि यूएई के राजदूत से हुई चर्चा में यह सुझाव सामने आया है कि इस समझौते का पुनरीक्षण करते हुए, 15 के स्थान पर 30 भारतीय हवाई अड्डों को यूएई से जोड़ने का प्रावधान किया जाए। इस विषय को पूर्व में भी कई सांसदों द्वारा उठाया गया है, लेकिन अब तक कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया है।

बृजमोहन अग्रवाल ने केंद्रीय मंत्री से भारत और यूएई के बीच द्विपक्षीय समझौते का पुनरीक्षण किया जाए, ताकि रायपुर हवाई अड्डे को अंतर्राष्ट्रीय दर्जा प्रदान किया जा सके। यह कदम न केवल रायपुर बल्कि पूरे क्षेत्र के आर्थिक और सामाजिक विकास में सहायक सिद्ध होगा।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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