चक्रवात फेंगल के असर से छत्तीसगढ़ में छाए बादल, आज भी बारिश के आसार

रायपुर । चक्रवात ‘फेंगल’ के प्रभाव से रविवार को दिनभर प्रदेश के कई जिलों में बादल छाए रहे। रायपुर समेत कई जगहों में हल्की वर्षा हुई। इसके कारण दिन के तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई। दूसरी ओर न्यूनतम तापमान में चार से पांच डिग्री की वृद्धि हुई है।

मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा ने बताया कि दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवात फेंगल हालांकि कमजोर पड़ चुका है, लेकिन प्रदेश में बंगाल की खाड़ी से निम्न स्तर पर भारी मात्रा में नमी का आना जारी है। इसके प्रभाव से अधिकतर हिस्सों में निम्न और मध्य स्तर के बादल छाए हैं।

चक्रवात फेंगल के असर से रायपुर में दोपहर के बाद शाम तक बूंदाबांदी होती रही, जिसके असर से तापमान में गिरावट आ गई। वहीं दूसरी ओर न्यूनतम तापमान में दो डिग्री की वृद्धि हो गई है। मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक आज भी ऐसा ही मौसम बना रह सकता है।

विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार रविवार को अधिकतम तापमान 22.8 डिग्री और शनिवार को न्यूनतम तापमान 26.2 डिग्री दर्ज किया गया था। हवा में नमी भी 10 प्रतिशत तक बढ़ गई है। सोमवार को अधिकतम तापमान 24 डिग्री और न्यूनतम तापमान 19 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है।

तमिलनाडु और पुडुचेरी के ऊपर मंडरा रहा चक्रवात फेंगल कमजोर होकर एक गहन अवदाब क्षेत्र में बदल गया है, जिसके प्रभाव से सोमवार को भी हल्की वर्षा और न्यूनतम तापमान में एक से दो डिग्री की वृद्धि होने की संभावना है।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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