जनता दो गुना बिजली बिल से परेशान, कोयला मे 400 रु. प्रति टन हटा लेकिन लाभ नहीं मिल रहा

जीएसटी रिफॉर्म की तरह सरकार को बिजली बिल हाफ योजना फिर शुरू करनी पड़ेगी



रायपुर । जीएसटी रिफॉर्म पर बाजार घूम रहे भाजपा नेताओं पर तंज करते हुए प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि जीएसटी रिफॉर्म की तरह ही बिजली बिल हाफ योजना को पुनः शुरू करना पड़ेगा। बिजली बिल हाफ योजना बंद होने से जनता अनाप-शनाप बिजली के बिल से परेशान है। कोयला में 400 रु टन सेस खत्म हुआ लेकिन उसका लाभ उपभोक्ताओं को नहीं मिल रहा है।पूरे प्रदेश से खबर आ रही है की 20 से 30 प्रतिशत से अधिक बिजली उपभोक्ता इस माह बिल जमा नहीं कर पाए हैं। और अगले महीने भी जमा नहीं करेंगे तो उनकी बिजली कट जाएगी। और यह सब सरकार के तानाशाही रवैया जनता को मिलने वाली बिजली सब्सिडी को बंद करने के कारण है। प्रदेश में 54 लाख उपभोक्ताओं को बिजली बिल हाफ योजना की सुविधा मिलती थी। जिसे मुफ्त बिजली देने का झांसा देकर खत्म कर दिया गया।

प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा नेता जीएसटी रिफॉर्म को अपनी उपलब्धि बता कर सीन चौडा कर घूम रहे है, उनमें साहस है तो बिजली बिल पर वह जनता से चर्चा करे। जीएसटी रिफॉर्म से महंगाई कम होने का दावा करने वाले भाजपा नेता बताएं कोयला में 400 रु प्रतिटन सेस को खत्म हुआ तो बिजली की दर में कमी क्यों नहीं किया जा रहा? त्योहारी सीजन में व्यापारी सामानों की खरीदी पुराने जीएसटी दर से खरीदी किये है तो नये दर पर ग्राहकों को कैसे बेचे?जीएसटी रिफॉर्म का लाभ जनता को कैसे मिलेगा? हवा हवाई दावा करने के बजाएं नई जीएसटी दर का लाभ ग्राहकों को मिले और व्यापारियों को नुकसान इस दिशा में राज्य सरकार ने क्या प्रयास किया है?

प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा भाजपा का नेता जीएसटी रिफॉर्म पर बाजार बाजार घूम कर सिर्फ फोटो खिंचवा रहे हैं, खाना पूर्ति कर रहे है, जीएसटी रिफॉर्म का वास्तविक में लाभ मिले इस दिशा प्रयास नहीं किया जा रहा।

Richa Sahay

ऋचा सहाय — पत्रकारिता और न्याय जगत की एक सशक्त आवाज़, जिनका अनुभव दोनों क्षेत्रों में अद्वितीय है। वर्तमान में The 4th Pillar की वरिष्ठ समाचार संपादक के रूप में कार्यरत ऋचा सहाय दशकों से राजनीति, समाज, खेल, व्यापार और क्राइम जैसी विविध विषयों पर बेबाक, तथ्यपूर्ण और संवेदनशील लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी की सबसे खास बात है – जटिल मुद्दों को सरल, सुबोध भाषा में इस तरह प्रस्तुत करना कि पाठक हर पहलू को सहजता से समझ सकें।पत्रकारिता के साथ-साथ ऋचा सहाय एक प्रतिष्ठित वकील भी हैं। LLB और MA Political Science की डिग्री के साथ, उन्होंने क्राइम मामलों में गहरी न्यायिक समझ और विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण स्थापित किया है। उनके अनुभव की गहराई न केवल अदालतों की बहसों में दिखाई देती है, बल्कि पत्रकारिता में उनके दृष्टिकोण को भी प्रभावशाली बनाती है।दोनों क्षेत्रों में वर्षों की तपस्या और सेवा ने ऋचा सहाय को एक ऐसा व्यक्तित्व बना दिया है जो ज्ञान, निडरता और संवेदनशीलता का प्रेरक संगम है।

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