अनिल अंबानी की पटरी से उतरी हुई गाड़ी अब सरपट दौड़ पड़ी है. उन्हें एक के बाद एक खुशखबरी मिल रही हैं. अपने बुरे दौर में पत्नी के गहने गिरवी रखकर कर्ज उतारने वाले अनिल अंबानी की स्थिति अब पहले से मजबूत हो गई है. इसमें उनका साथ उनके बेटों और परिवार ने दिया है. हाल ही में खबर आई कि घाटे में चल रही उनकी कंपनी रिलायंस पावर को दूसरी तिमाही में 2878 करोड़ रुपये का फायदा हुआ है. इसके बाद अब उनकी दूसरी कंपनी को लेकर भी खुशखबरी सामने आई है. रिलायंस इंफ्रा लिमिटेड का इंटीग्रेटेड शुद्ध लाभ मौजूदा वित्त वर्ष की सितंबर में खत्म हुई दूसरी तिमाही में 4,082.53 करोड़ रुपये रहा है. ये वही कंपनी है जिस पर वह बेटे जय अनमोल अंबानी के साथ मिलकर तेजी से काम कर रहे हैं.
पिछले फाइनेंशियल ईयर की समान तिमाही में कंपनी को 294.04 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. रिलायंस इंफ्रा की तरफ से शेयर बाजार को दी गई जानकारी में कहा गया कि लोन निपटान पर फायदा और मध्यस्थता दावे के कारण प्राप्त 80.97 करोड़ रुपये समेत 3,575.27 करोड़ रुपये के अपवादस्वरूप लाभ ने सितंबर तिमाही में उसके मुनाफे को बढ़ाने में मदद की. कंपनी की कुल आमदनी सितंबर तिमाही में मामूली घटकर 7,345.96 करोड़ रुपये रह गई, जो पिछले साल समान तिमाही में 7,373.49 करोड़ रुपये थी.
कंपनी का खर्च सितंबर तिमाही में घटकर 6,450.38 करोड़ रुपये रह गया, जो एक साल पहले समान तिमाही में 7,100.66 करोड़ रुपये था. रिलायंस इंफ्रा बिजली, सड़क, मेट्रो रेल और अन्य बुनियादी ढांचा क्षेत्रों के लिए इंजीनियरिंग और निर्माण (ईएंडसी) सेवाएं प्रदान करने के कारोबार में है. इस खबर के आने के बाद कंपनी के शेयर में फिर से तेजी देखी गई. पिछले दिनों 52 हफ्ते में 350.90 रुपये के हाई पर पहुंचने वाले इस शेयर में गिरावट देखी गई थी. लेकिन गुरुवार को कारोबारी सत्र के अंत में शेयर 3 प्रतिशत से ज्यादा चढ़कर 258.40 रुपये पर पहुंच गया.
इससे पहले उनकी कंपनी रिलायंस पावर (Reliance Power) ने मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में भी नेट प्रॉफिट में जबरदस्त छलांग लगाई है. छोटे अंबानी की यह कंपनी भी नुकसान से फायदे में लौटी है. रिलायंस पावर पहले ही कर्जमुक्त हो गई है. जुलाई- सितंबर 2023 तिमाही में 237.76 करोड़ रुपये के नुकसान से अंबानी की रिलायंस पावर अब फायदे में आ गई है. रिलायंस पावर का मौजूदा वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में इंटीग्रेटेड नेट प्रॉफिट 2,878.15 करोड़ रुपये रहा. कंपनी को इससे पहले पिछले वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में 237.76 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था.
कंपनी को सब्सिडियरी कंपनी के अलग होने से 3,230.42 करोड़ रुपये का फायदा हुआ है. कंपनी की तरफ से बताया गया कि जुलाई-सितंबर तिमाही में रिलायंस पावर ने अपनी सब्सिडियरी कंपनी विदर्भ इंडस्ट्रीज पावर लिमिटेड (VIPL) के लिए 3,872 करोड़ रुपये के गारंटर दायित्वों का निपटान किया है. रिलायंस ग्रुप का एक घटक रिलायंस पावर लिमिटेड देश की प्राइवेट सेक्टर की दिग्गज विद्युत उत्पादन और कोयला संसाधन कंपनी है.